गर्मी में बॉडी का तापमान 104 F से ज्यादा होना, स्किन छूने पर गर्म और ड्राई महसूस होना Heatstroke के हो सकते हैं लक्षण, जानें कैसे करें सिंप्टम की पहचान
Heatstroke signs and symptoms: गर्मी पूरे उफान पर है। सूरज जल्दी निकलता है और देर रात तक उसकी तपिश बनी रहती है। घर में रहकर धूप से बचाव किया जा सकता है लेकिन वर्किंग लोगों के लिए मौसम की मार बेहद तकलीफ देने वाली साबित हो रही है। इस मौसम में कई राज्यों में पारा 50 डिग्री तक पहुंच रहा है। बढ़ते तापमान में सबसे ज्यादा खतरा डिहाइड्रेशन और लू लगने का रहता है। इस मौसम में हीट स्ट्रोक की चपेट में इंसान कैसे आ जाता है पता ही नहीं चलता।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention)के मुताबिक शुष्क और बेहद गर्म हवा चलने को लू कहा जाता है। गर्मी में हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर का तापमान 104 F (40 डिग्री सेल्सियस) या उससे ज्यादा हो जाता है। लू लगने पर बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जिनकी पहचान करना बेहद जरूरी है।
गर्मी के मौसम में लम्बे समय तक रहने से, गर्मी में बॉडी एक्टिविटी ज्यादा करने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। ब्रेन स्ट्रोक जानलेवा साबित हो सकता है। इस मौसम में बॉडी को हाइड्रेट रखना और गर्मी से बचाव करना बेहद जरूरी है। लम्बे समय तक तेज धूप में रहने से बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं। आइए जानते हैं कि लू लगने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं और इस परेशानी से कैसे बचा जा सकता है।
बॉडी का तापमान बढ़ना
थर्मामीटर से बॉडी का तापमान मापने पर अगर 104 F (40 सी) या इससे ज्यादा है तो आप हीट स्ट्रोक का शिकार हो चुके हैं।
मानसिक स्थिति या व्यवहार में बदलाव
लू लगने पर मानसिक स्थिति में बदलाव हो जाता है और बरताव में भी बदलाव महसूस होता है। भ्रम, उत्तेजना, अस्पष्ट स्पीच, चिड़चिड़ापन, दौरे और कोमा जैसी स्थिति सभी हीट स्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं।
पसीने में बदलाव
गर्म मौसम के कारण लू लगने से स्किन छूने पर गर्म और ड्राई महसूस होती है। ज़ोरदार एक्सरसाइज के कारण होने वाले हीट स्ट्रोक में आपकी स्किन ड्राई या थोड़ी नम महसूस हो सकती है।
मतली और उल्टी आना
हीट स्ट्रोक की वजह से आपको पेट में दर्द या उल्टी महसूस हो सकती है। मतली जैसी परेशानी हो सकती है।
स्किन के रंग में हो सकता है बदलाव
लू लगने पर आपकी बॉडी का तापमान बढ़ सकता है और स्किन लाल हो सकती है।
सांस तेज चलना
तेजी से सांस चलना भी लू लगने के लक्षण हो सकते हैं। इस स्थिति में आपकी सांसें तेज़ और उथली हो सकती हैं।
दिल की गति तेज होना
लू लगने पर हृदय गति बढ़ सकती है। धड़कन काफी बढ़ सकती है। गर्मी का तनाव आपके शरीर को ठंडा करने में मदद करने के लिए आपके दिल पर जबरदस्त बोझ डालता है जिससे दिल की गति तेज होने लगती है।
तेज सिरदर्द होना
लू लगने पर आपका सिर भारी महसूस होगा और तेज सिर दर्द रहेगा।
लू से कैसे बचाव करें
- बॉडी को हाइड्रेट रखें। पानी का अधिक सेवन करें। नींबू पानी लें। जूस का सेवन करें।
- हल्का भोजन करें। डाइट में तली भुनी हुई चीजों से परहेज करें।
- बॉडी को ढक कर रखें। पूरी बाहों के कपड़े पहने।
- छाछ और दही का सेवन करें। भूखे घर से बाहर नहीं निकले।
- स्किन पर 50 SPF का सनस्क्रीन लगाएं।
- आम का पन्ना, पोदीना, बेल जैसे जूस का सेवन करें।
- लम्बे समय तक धूप और गर्म हवा में नहीं बैठें।