Uric Acid हाई रहने से हड्डियों में बढ़ गई है सूजन, जोड़-जोड़ दर्द से दुख रहे हैं, इन 2 अनाज की रोटी बनाकर खाएं मुश्किल होगी आसान
यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए प्यूरीन डाइट जिम्मेदार है। हर इंसान की बॉडी में यूरिक एसिड बनता है और किडनी उसे फिल्टर करके आसानी से बॉडी से बाहर निकालती रहती है। किडनी अगर किसी कारण से यूरिक एसिड को बाहर निकालना बंद कर देती है तो ये टॉक्सिन बॉडी में जमा होने लगते हैं और बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। ये बढ़ा हुआ यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा हो जाता है और जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बनता है।
बॉडी में यूरिक एसिड हाई है उसके लक्षणों की पहचान बॉडी में दिखने वाले लक्षणों से ही की जाती है। पैर के अंगूठे में सूजन और दर्द होना, जोड़ों में दर्द और सूजन होना, एड़ियों और घुटनों में दर्द होना और बॉडी में थकान ज्यादा रहना यूरिक एसिड हाई होने के संकेत है। अगर कुछ लोगों को बार बार किडनी स्टोन की दिक्कत हो रही है तो उन्हें सबसे पहले यूरिक एसिड की जांच कराने की जरूरत है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर मनीष के मुताबिक बॉडी में यूरिक एसिड के लक्षण दिखने पर तुरंत उसकी जांच कराएं। स्मोकिंग और शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। प्यूरीन से भरपूर फूड्स जैसे पालक,अरबी, अंडे, गोभी, छोले, चावल, राजमा,अरहर की दाल, उड़द की दाल और मीट का सेवन करने से परहेज करें। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई है वो सबसे पहले अपने अनाज में बदलाव करें। गेहूं की रोटी की जगह आप अपने अनाज में ज्वार और बाजरा की रोटी का सेवन करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि बाजरा और ज्वार की रोटी का सेवन करने से कैसे आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है।
ज्वार और बाजरा की रोटी कैसे यूरिक एसिड को करती है कंट्रोल
अगर आपका यूरिक एसिड हाई रहता है और आप गेहूं की रोटी खाते हैं तो उसकी जगह ज्वार और बाजरे की रोटी का सेवन करें। ज्वार और बाजरा जिसे मोटा अनाज कहा जाता है। इन दोनों अनाज की तासीर की बात करें तो ज्वार का नेचर नॉर्मल गेहूं के नेचर की तरह होता है, लेकिन बाजरा एक ऐसा अनाज है जिसका नेचर गर्म होता है आप इस अनाज की कम मात्रा ज्वार के साथ मिक्स करके खा सकते हैं। अगर आप सुबह में ज्वार का सेवन कर रहे हैं तो दिन में बाजरा का सेवन कर सकते हैं। गर्मी के दिनों में बाजरे का आटा बॉडी में गर्मी दे सकता है इसलिए इसका सीमित सेवन करें।
इन साबुत अनाज में घुलनशील फाइबर और प्रोटीन भरपूर होता है जो मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिलाता है। घुलनशील फाइबर से भरपूर इस अनाज में कैल्शियम,फास्फोरस, मैग्नीशियम,फाइबर भरपूर होता है जो जोड़ों और हड्डियों को मजबूत बनाता है। जिंक और पोटैशियम से भरपूर ये अनाज कमजोरी को दूर करते हैं और बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को पूरा करते हैं। यूरिक एसिड के मरीज और डायबिटीज मरीज इस अनाज से बनी रोटी का सेवन करें। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और हार्ट हेल्दी रहता है। इस आटे से बनी रोटी आप दिन में एक बार जरूर खाएं आपको जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिलेगी।