Breastfeeding Tips: बच्चे को सही मात्रा में दूध मिल रहा है या नहीं? ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां इस तरह लगाएं पता
मां का दूध शिशु के लिए बेहद जरूरी है। ये बात अधिकतर लोग जानते हैं। इसमें बच्चे के लिए सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स 6 महीने तक शिशु को केवल मां का दूध पिलाने की ही सलाह देते हैं। हालांकि, कई बार महिलाओं को कम दूध निकलने की परेशानी का सामना करना पड़ता है यानी बेस्ट मिल्क सप्लाई कम होने लगती है। ऐसे में एक सवाल उन्हें अक्सर परेशान करता है कि क्या उनके बच्चे को सही मात्रा में दूध मिल भी पा रहा है नहीं?
अगर आपके मन में भी ऐसे ही सवाल घर रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। यहां हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने इस सवाल का जवाब पा सकते हैं।
इन संकेतों पर दें ध्यान
दरअसल, अक्सर बड़े बुजुर्गों का कहना होता है कि भूख लगने पर बच्चा रोने लगता है। हालांकि, हर बार रोना दूध पीने की ओर ही संकेत नहीं होता है। इससे अलग आप कुछ अन्य बातों पर ध्यान दे सकते हैं। जैसे-
- सही मात्रा में दूध मिलने पर शिशु का वजन हर हफ्ते 100 से 140 ग्राम तक बढ़ जाता है। अगर ऐसा नहीं हो रहा है, तो इसके पीछे दूध की कमी एक कारण हो सकता है।
- सही मात्रा में दूध मिलने पर बच्चा अधिकतर समय खुश और तनावमुक्त दिखता है। हालांकि, अगर आपका शिशु अधिकतर समय चिड़चिड़ा महसूस हो, तो एक बार एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लें।
- इन सब से अलग हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बच्चे का पेट सही तरह भरने पर जन्म के 7 दिन बाद से वह 24 घंटे में 7 से अधिक बार पेशाब करता है। अगर गिनती कम है, तो हो सकता है कि बच्चे का पेट सही तरह नहीं भर रहा है।
इन कुछ खासों बातों पर ध्यान देकर आप अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
वहीं, कुछ खास फूड का सेवन करना मां का दूध बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए आप शतावरी, गोंद, बादाम, अजवाइन, मेथी दाना और तिल के बीज को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। ये चुनिंदा खाद्य पदार्थ ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां में मिल्क का उत्पादन बढ़ाने में असर दिखा सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।