CineGram: ना फैमिली ना दोस्त, 90s का वो विलेन, जिसने नेम और फेम के बाद भी जी जिल्लत भरी जिंदगी, पानी खरीदने तक के नहीं थे पैसे
आज हम आपको 80-90 के दशक के एक ऐसे खतरनाक विलेन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में शुरुआत तो काफी अच्छी की थी मगर उनका अंत बुरा हुआ था। पर्दे पर एक खूंखार विलेन बनकर पॉपुलर हुए मगर अंतिम घड़ी तक ना तो उनके साथ दोस्त थे और ना ही परिवार का कोई सदस्य। उन्होंने जिल्लत भरी जिंदगी जी है। वो कोई और नहीं बल्कि एक्टर महेश आनंद थे। वो अपनी खलनायिकी के अलावा कद-काठी के चलते गुड लुकिंग के लिए भी जाने जाते थे। वो एक्टर होने के साथ-साथ अच्छे डांसर और मार्शल आर्ट के भी एक्सपर्ट थे तो चलिए उनके बारे में बताते हैं…
महेश आनंद का जन्म 13 अगस्त 1961 को हुआ था। उनकी कहानी काफी दर्द भरी रही थी। उनका अंत भी काफी बुरा हुआ था। करियर की शुरुआत तो अच्छी रही थी लेकिन बाद में उनके करियर का डाउनफॉल बढ़ता ही चला गया। बताया जाता है कि इसकी वजह से वो डिप्रेशन का शिकार होते चले गए। महेश आनंद एक्टर होने के साथ-साथ प्रोड्यूसर भी थे। उन्होंने हिंदी की कई चर्चित फिल्मों 'थानेदार', 'आया तूफान' और 'प्यार किया नहीं जाता' में काम किया है। काफी नेम और फेम हासिल करने के बाद भी एक्टर ने अपनी बची हुई जिंदगी गरीबी में बिताई। एक समय था जब उनके पास पानी तक खरीदने के पैसे नहीं थे। उन्होंने साल 2017 में फेसबुक पोस्ट में अपना दर्द साझा किया था। पोस्ट में उन्होंने कहा था कि मेरे पास पीने का पानी खरीदने तक के पैसे नहीं हैं। कोई परिवार नहीं है और ना ही इस दुनिया में मेरा कोई दोस्त है। वो अंतिम घड़ी में भी अकेले ही थे।
3 दिन तक सड़ती रही थी लाश
महेश आनंद की लाश तीन दिनों तक घर में सड़ती रही थी। उनकी मौत के तीन दिन बाद जब 9 फरवरी, 2019 को नौकरानी ने घर का गेट खटखटाया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला था। उस समय एक्टर के निधन की खबर सामने आई थी। उनके बॉडी से बदबू तक आने लगी थी। बताया जाता है कि काम ना मिलने की वजह से वो डिप्रेशन में चले गए थे और काफी शराब पीते थे। उनकी लाश के पास भी शराब की बोतल ही मिली थी।
5 शादियों के बाद रहे अकेले
महेश आनंद अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहे थे। उन्होंने 5 शादियां की थी। इसके बाद भी वो जिंदगी भर अकेले ही रहे थे। उन्होंने पहली बार रीना रॉय की बहन बरखा रॉय से शादी की थी। इसके बाद 1987 में मिस इंडिया इंटरनेशनल एरिका मारिया डिसूजा, 1992 में मधु मल्होत्रा, 2000 में उषा बचानी और 2015 में रूसी महिला से शादी रचाई थी। अंतिम घड़ी में एक्टर के साथ इनमें से कोई नहीं था। वो एकदम अकेले पड़ गए थे।
महेश का एक बेटा त्रिशूल आनंद था, जो कि एरिका मारिया डिसूजा से हुआ था। तलाक के बाद एरिका ने उसका नाम बदलकर एंथोनी वोहरा कर दिया था। एक इंटरव्यू में एक्टर ने कहा था कि वो अपने बेटे की याद में अकेले रहते थे और उन्होंने बताया था कि उनके बेटे को ये तक नहीं पता था कि उसके पिता महेश हैं। वो 9 महीने का था, जब महेश अपनी पत्नी से अलग हो गए थे।
इन स्टार्स के साथ काम कर चुके महेश आनंद
आपको बता दें कि महेश आनंद ने अपने करियर में कई बड़े स्टार्स के साथ काम किया है। इसमें अमिताभ बच्चन, गोविंदा, मिथुन चक्रवर्ती, संजय दत्त जैसे एक्टर्स के नाम शामिल हैं। वहीं, अगर महेश की फिल्मों की बात की करें तो वो 'गंगा जमुना सरस्वती', 'शाहंशाह' (1988), 'मजबूर' (1989), 'थानेदार' (1990), 'बेताज बादशाह' (1994), 'कूली नं.1' (1995), 'विजेता' (1996), 'लाल बादशाह', 'आया तूफान' (1999), 'बागी' और 'कुरुक्षेत्र' (2000), 'प्यार किया नहीं जाता' (2003) जैसी फिल्मों में अभिनय किया था।