CineGram: जब सच हो गई एक कुली की भविष्यवाणी, 55 साल पहले स्टेशन पर मिथुन चक्रवर्ती से कही थी ये बात
CineGram: हिंदी सिनेमा के डिस्को डांसर कहलाए जाने वाले मिथुन चक्रवर्ती के किस्से फिल्मी गलियारों में हमेशा से मशहूर रहे हैं। मिथुन ने अपने करियर की शुरुआत 1976 में आई फिल्म मृगया से की थी और कई दशक बीत जाने के बाद भी वह हिंदी सिनेमा का बड़ा नाम हैं। अपनी सफलता के लिए मिथुन थोड़ा श्रेय एक कुली को भी देते हैं, जिसने उनके संघर्ष के दिनों में उन्हें हीरो कहकर बुलाया था। जी हां! ये एक बड़ा मजेदार किस्सा है, जिसके बारे में खुद मिथुन चक्रवर्ती ने बताया है।
दो दिन पहले 16 जून को मिथुन ने अपना 74वां जन्मदिन मनाया। जिसके कारण वह इस वक्त खबरों में बने हुए हैं, इसलिए हम भी आपको उनसे जुड़ा एक जरूरी किस्सा बताने जा रहे हैं, जो मिथुन ने साल 1993 में दूरदर्शन के शो 'सुरभि' में सुनाया था। उन्होंने बताया था कि स्ट्रगल के दिनों में रेलवे स्टेशन पर एक कुली ने उन्हें हीरो कहकर पुकारा था।
ये किस्सा 1969 का है, जब दादर रेलवे स्टेशन पर मिथुन अपना सामान लिए ट्रेन से उतर रहे थे और एक कुली ने उन्हें हीरो कहकर आवाज लगाई थी। "मैं सामान लेकर जा रहा था तो पीछे से एक कुली ने आवाज दी 'ए हीरो'। तो मैं रुक गया 'मैं हीरो जैसा लग रहा हूं क्या?' क्योंकि सपने में नहीं सोचा था कोई हीरो बोलेगा।"
कुली के शब्द बन गए दुआ
मिथुन ने बताया कि उन्हें लगा कि वो कुली हर किसी यात्री को हीरो कहकर बुलाता होगा, जिससे वो उसे अपना सामान ले जाने दें। मिथुन दा ने कहा कि उन्हें गलती से 'हीरो' समझ लिया गया। हालांकि, इसने उनके लिए एक मेनिफेस्टेशन की तरह काम किया, क्योंकि इसके बाद वह सुपरस्टार बन गए। मिथुन ने आगे कहा था, "और शायद उस कुली के मुंह से वही लफ्ज दुआ बनकर निकले होंगे कि मैं हीरो बन गया।"
मिथुन चक्रवर्ती ने इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में दी हैं। उनकी 'अग्निपथ', 'ओह माय गॉड', 'गोलमाल 3', 'हाउसफुल 2', 'खिलाड़ी 786', द ताशकंद फाइल्स' समेत कई फिल्में शामिल हैं। और बहुत कुछ शामिल हैं।