मुस्लिम बहुल्य कश्मीर में चुनाव नहीं लड़ रही बीजेपी, फिर भी घाटी में क्यों हो रहा उसका जिक्र, उमर अब्दुल्ला ने बताई वजह
Kashmir Lok Sabha Chunav: कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां पहली बार बड़ा चुनाव हो रहा है। जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों में से दो पर चुनाव हो चुका है जबकि तीन पर चुनाव होना है। इन पांचों लोकसभा सीटों पर पांच अलग-अलग चरणों में मतदान हो रहा है। जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने सिर्फ जम्मू संभाग की दो ही सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, जहां मतदान हो चुका है। कश्मीर में भले ही बीजेपी चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन वहां की तीनों लोकसभा सीटों- श्रीनगर, बारामुला और अनंतनाग-राजौरी पर जमकर बीजेपी का जिक्र हो रहा है।
द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने बताया कि क्यों कश्मीर में चुनाव न लड़ने के बाद भी घाटी में चुनावी भाषणों में बीजेपी का बार-बार जिक्र हो रहा है। उमर अब्दुल्ला ने द इंडियन एक्सप्रेस के संवाददाता मुज्जमिल जलील के एक सवाल के जवाब में कहा कि बीजेपी का चुनाव चिन्ह भले ही वोटिंग मशीन पर न हो लेकिन बीजेपी पॉलिटिकल इलेक्टोरल प्रोसेस का हिस्सा है। यह वैसा ही है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू, उधमपुर और लद्दाख में चुनाव नहीं लड़ रही है लेकिन हम इलेक्टोरल प्रोसेस का पार्ट हैं। हम इंडिया गठबंधन के साथ लड़ रहे हैं। हम उन सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन कर रहे हैं।
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि इसी तरह से कश्मीर में बीजेपी ने प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है लेकिन वो वहां जमीन पर मौजूद न होकर भी वहां हैं। उन्होंने कहा कि वो लगातार नई पार्टियों और अपने पुराने गठबंधनों का समर्थन कर रहे हैं, जिनके साथ वो 2014 के चुनाव बाद दिखाई दिए थे। इसका सबूत उस समय जमीन पर साफ नजर आता है, जब बीजेपी के सीनियर नेता श्रीनगर आते हैं, जिनमें उनके महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी तरुण चुघ भी शामिल होते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि आप जानते हैं कि वह श्रीनगर में किससे मिलते हैं। जब प्रधानमंत्री या गृह मंत्री बात करते हैं, तो वे इंडिया गठबंधन को हराने, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को हराने की बात करते हैं। वे पीपुल्स कॉन्फ्रेंस या अपनी पार्टी को हराने की बात नहीं करते हैं।
जब मुज्जमिल सज्जाद लोन द्वारा बीजेपी से कोई संबंध न होने के बयान को लेकर सवाल करते हैं तो उमर कहते हैं कि उनका बीजेपी से लेना-देना है। वो तरुण चुग के साथ क्या कर रहे थे? आपके साथ बीजेपी की एक महिला नेता है, जिसके पास खादी और ग्राम बोर्ड में मिनिस्टर की रैंक है। एक बयान के जरिए उस महिला नेता ने कहा था कि हम एक तरह से पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अपनी पार्टी का समर्थन कर रहे हैं। वो सच छिपाने की कोशिश करेंगे लेकिन हम यह जानते हैं कि हकीकत क्या है।
पीडीपी को लकेर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से पीडीपी ने यह तय किया है कि वो इंडिया गठबंधन का नुकसान करेगी और इसीलिए उन्होंने इंडिया गठबंधन के खिलाफ प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में जम्मू संभाग की दो सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है जबकि कश्मीर रीजन की तीनों सीटों पर नेशनल कॉफ्रेंस ने प्रत्याशी उतारे हैं। पीडीपी ने भी कश्मीर की तीनों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। बात अगर लद्दाख की करें तो यहां मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच होने की उम्मीद है।