मंडी से कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे विक्रमादित्य, प्रतिभा सिंह ने किया बेटे के नाम का ऐलान
Mandi Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जिस दिन मंडी सीट से बीजेपी ने प्रत्याशी के तौर पर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के नाम का ऐलान किया है, उसके बाद से ही वह चर्चा में हैं। इस बीच अब हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) ने ऐलान किया है कि मंडी की सीट से उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य के नाम की सिफारिश कांग्रेस आलाकमान के पास भेज दी गई है।
बता दें कि विक्रमादित्य सिंह के मंडी से लड़ने का ऐलान उनकी मां और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से किया गया है। हालांकि पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर अभी उनके नाम का ऐलान नहीं किया गया है। बता दें कि आज हिमाचल प्रदेश के प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई है।
वैसे तो विक्रमादित्य सिंह और राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार के बीच टकराव देखने को मिलता है लेकिन इस मुद्दे पर उन्होंने भी सहमति का संकेत दिया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इसके संकेत दिए हैं। मुख्य मंत्री सुक्खू ने कहा कि मंडी से हमें युवा नेता मिलेगा ये तय है।
विक्रमादित्य हैं सशक्त कैंडिडेट
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को सशक्त कैंडिडेट माना गया है। गौरतलब है कि फिलहाल इस सीट से प्रतिभा सिंह ही सांसद हैं। प्रतिभा सिंह ने कहा कि हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कंगना क्या कर रही हैं या क्या बोल रही है। मंडी के लोग हमेशा हमारे साथ रहे हैं। मैंने कठिन परिस्थितियों में भी सीट जीती है।
खत्म हो सकती है आंतरिक कलह
बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह ने पहले ही यह ऐलान किया है कि वह चुनावी दौड़ से बाहर हो चुकी हैं। अब वह अपने बेटे को इस सीट से चुनाव लड़ाना चाहती हैं। बता दें कि अगर विक्रमादित्य सिंह मंडी से उम्मीदवार बनाए जाते हैं तो कांग्रेस के भीतर चल रहे आंतरिक टकराव को खत्म करने में मदद मिल सकती है। इसकी वजह यह है कि राज्यसभा चुनाव के बाद से ही क्षेत्रीय यूनिट में काफी गतिरोध देखने को मिला था।
हिमाचल प्रदेश में पार्टी के आंतरिक टकराव के चलते ही कांग्रेस के दिग्गज नेता अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव तक हार गए थे।