Sangeet Som vs Sanjeev Balyan: यूपी वेस्ट के इन दो दिग्गजों की तनातनी से कैसे निपटेगी BJP? थाने पहुंचा विवाद
Sangeet Som vs Sanjeev Balyan: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के दो दिग्गज नेताओं पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान व पूर्व विधायक संगीत सोम के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। संगीत सोम के द्वारा आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान बांटे गए एक पत्र के बाद विधायक व पूर्व केंद्रीय मंत्री के बीच तल्खी और बढ़ गई है। संगीत सोम के सचिव ने थाना लालकुर्ती में एक तहरीर दी है। जिसमें अज्ञात लोगों द्वारा उनके घर पर पर्चे बांटने की बात कही गई है। इस पत्र में संजीव बालियान पर करीब 20 गंभीर आरोप लगाए गए है।
उधर, संजीव बालियान के करीबी संजीव सहरावत का एक वीडियो प्रसारित हो रहा है। जिसमे संगीत सोम की अर्जित संपत्ति की जांच की मांग की है। साथ ही दस करोड़ की मानहानि का नोटिस पूर्व विधायक को भेजा है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीके ठाकुर का कहना है कि पूर्व विधायक की शिकायत पर एसएसपी जांच करा रहे है। जांच के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान इस बार लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का कीर्तिमान लगाने में नाकाम साबित हुए। गत लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान ने रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह को शिकस्त दी थी। लेकिन इस बार बालियान को समाजवादी पार्टी के हरेंद्र मलिक से हार का सामना करना पड़ा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल का गठन होने के बाद बालियान का गुबार फूट पड़ा। एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने संगीत सोम का नाम लिए बिना जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कुछ लोग जयचंद, विभीषण और शिखंडी बन गए थे। उन्होंने मुझे हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
क्या संगीत सोम ने सपा प्रत्याशी को लड़ाया चुनाव?
सोम की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने सपा प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने का काम किया है। इस दौरान अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए संजीव बालियान ने एक शेर भी सुनाया। उन्होंने कहा कि ‘मेरा पानी उतरता देख किनारे पर घर मत बना लेना, में समंदर हूं, लौटकर जरूर आऊंगा’।
पूर्व केंद्रीय मंत्री की प्रेसवार्ता के बाद संगीत सोम ने भी मेरठ में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि मुझ पर बालियान आरोप न लगाएं। सरधना विधानसभा सीट से उन्होंने जीत दर्ज की है। मेरे संस्कार ऐसे नहीं है कि मैं जयचंद बनूं। बालियान अपने गलत व्यवहार के कारण चुनाव हारे हैं। मुजफ्फरनगर शहर विधानसभा से भाजपा जहां हमेशा भारी बढ़त बना के चलती थी, वहां मात्र आठ सौ मतों की बढ़त बना पाई।
सोम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरधना सीट पर विशेष ध्यान रखने का जिम्मा मुझे सौंपा था। जिसका मैंने पूरी ईमानदारी से पालन किया। संजीव बालियान को अपनी हार का मंथन करना चाहिए। जब मैं विधान सभा चुनाव हारा था, तब मैंने अपनी कमियों को दूर कर हार का मंथन किया। मैंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाए थे। अगर किसी को कोई शिकायत है, तो पार्टी स्तर पर बात होनी चाहिए। वहीं दोनों नेताओं की बयानबाजी पर अब भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने कड़ा रुख अपनाते हुए दोनों नेताओं को कड़े निर्देश दिए हैं।