UP Lok Sabha Chunav Results: यूपी में क्या रहीं बीजेपी का किला खिसकने की वजहें? योगी-मोदी की जोड़ी का नहीं चला जादू
UP Lok Sabha Chunav Results: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आज सुबह 8 बजे से ही काउंटिंग शुरू हो गई थी, जिसे एनडीए गठबंधन को यूपी में करारा झटका लगा है। यहां बीजेपी को रुझानों के लिहाज से करीब 25 सीटों का घाटा होता दिख रहा है। यहां सपा-कांग्रेस गठबंधन ने बीजेपी को रुझानों में तो झटका दे दिया है।
यहां सपा गठबंधन ने 45 सीटों पर बढ़त बना रखी है, जबकि एनडीए की लीड केवल 35 सीटों की है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से कन्नौज से लीड कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी उनके परिवार के चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में लीड करते नजर आ रहे हैं।
बीजेपी को लगा करारा झटका
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने आक्रामक चुनाव लड़ा था। बीजेपी यूपी को अपने सबसे बड़े गढ़ के तौर पर पेश कर रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की जोड़ी को आईकॉन के तौर पर पेश कर यूपी में बीजेपी एक बड़ी जीत की आस लगाए बैठी थी लेकिन सारा खेल उल्टा पड़ गया।
अब तक के रुझान बताते हैं कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के पीडीए गठबंधन को लेकर यूपी में अंडरकरंट था, जिसे पूर्व सीएम अखिलेश यादव और राहुल गांधी की जोड़ी को फायदा मिला बीजेपी का किला रुझानों में दरकने लगा है।
क्या रहे BJP के पिछड़ने के बड़े कारण
राजपूतों की नाराजगी: यूपी में राजपूतों को टिकट बंटवारे में तरजीह न मिलना एक बड़े वर्ग में नाराजगी की वजह बनता दिखा, जिसके चलते अनुमान है कि बीजेपी को राजपूतों का वोट ज्यादा नहीं मिला है।
400 पार सीटों का खेल और आरक्षण का मुद्दा - लगातार बीजेपी यह नाराज लगाती रही कि पार्टी का गठबंधन इस बार 400 पार सीटें लेकर आएंगे। विपक्षी दलों ने यह कैंपेन चलाया कि बीजेपी 400 पार लाकर संविधान को बदलेगी और पिछड़ी जातियों का आरक्षण खत्म कर देगी। माना जा रहा है कि जमीनी स्तर पर यह मुद्दा बीजेपी के खिलाफ गया।
कांग्रेस के घोषणापत्र का दिखा असर - कांग्रेस ने गरीब महिलाओं को हर महीने 85 रुपये देने का ऐलान अपने घोषणपत्र में किया था। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि बीजेपी को इसका सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
मोदी योगी का नहीं चला जादू - उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी को एक बड़े फैक्टर के तौर पर पेश किया गया था। बीजेपी पूरा चुनाव ही केवल मोदी योगी के नाम पर लड़ रही थी, जिसका नतीजा ये हुआ कि बीजेपी