Lok Sabha Chunav 2024: 'ओडिशा के सारे जिलों के नाम बता दो', PM मोदी ने 'दोस्त' नवीन पटनायक को क्यों दिया ये चैलेंज?
Lok Sabha Chunav 2024: ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव (Odisha Assembly Elections 2024) भी हो रहे हैं। ऐसे में बीजेपी दो दशकों से ज्यादा वक्त से सत्ता में काबिज बीजेडी चीफ और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर जबरदस्त हमलावर है। पीएम मोदी (PM Modi) भी लोकसभा और विधानसभा के लिहाज से राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान ज्यादा आक्रामक नजर आ रहे हैं। आज उन्होंने एक चुनावी रैली के दौरान सीएम नवीन पटनायक (Narendra Modi vs Naveen Patnaik) को ओडिशा के सभी जिलों के नाम लेने तक का चैलेंज दे दिया।
दरअसल, आज ओडिशा के कंधमाल में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने सीएम नवीन पटनायक और उनकी सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने यह भी कहा कि ओडिशा में प्राकृतिक संसाधनों के भंडार हैं। इसके बावजूद ओडिशा में गुजरात जैसा विकास नहीं हो पाया है।
नवीन पटनायक को दिया चैलेंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पुराने दोस्त और राज्य के सीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि नवीन बाबू इतने वर्ष से मुख्यमंत्री हैं, मैं उन्हें चुनौती देता हूं, आखिर ओडिशा की जनता आपसे दुखी क्यों है, क्योंकि नवीन बाबू बिना कागज लिए ओडिशा के जिलों या जिला मुख्यालय के नाम बोलिए, वे नहीं बोल पाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि जो सीएम अपने प्रदेश के जिलों या मुख्यालयों के नाम बिना कागज खोले नहीं बोल सकता, वह आपके दुख-दर्द को क्या समझेगा? इस दौरान पीएम मोदी ने जनता से वादा किया कि पांच वर्ष बीजेपी को मौका दीजिए, वह राज्य को नंबर वन बना देंगे।
बिजली से कमाई करने का किया वादा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने एक ऐसी योजना बनाई है कि आपके बिजली बिल का बिल जीरो हो जाएगा, इतना ही नहीं आप बिजली बेचकर कमाई करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की सोलर पैनल वाली योजना का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं, आप अपने घर में बिजली का उत्पादन करें, उस बिजली का उपयोग करें, जो ज्यादा बिजली पैदा हो, उसे हमारी सरकार खरीद लेगी, जिससे आपकी कमाई भी होगी।
पुराने 'दोस्त' पर हमलावर मोदी?
दिलचस्प बात यह है कि पीएम मोदी लंबे वक्त बाद सीएम नवीन पटनायक के खिलाफ चुनावी समर में इतने आक्रामक नजर आए हैं। बता दें कि नवीन पटनायक की बीजेडी ने पिछले 5 सालों में कई बिलों को पास कराने को लेकर राज्यसभा में सत्ता पक्ष का समर्थन किया था, जिसे मोदी और पटनायक की आपसी करीबी का परिणाम माना जाता था। यह भी माना जा रहा था कि ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी के बीच एनडीए के तहत गठबंधन भी हो सकता है, लेकिन अंतिम में दोनों ही दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और एनसीपी नेता शरद पवार भले ही विपक्ष में रहे लेकिन पीएम मोदी आम तौर पर कभी उन पर आक्रामक नजर नहीं आए थे। इसके बावजूद लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बारामती सीट को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच ऐसा टकराव देखने को मिला कि पीएम मोदी ने शरद पवार पर कई अप्रत्याशित निजी हमले भी किए थे।