Wayanad Lok Sabha Chunav Result 2024: वायनाड से राहुल गांधी को मिली एकतरफा जीत, CPI के एनी राजा को 3 लाख से ज्यादा वोटों हराया
Wayanad Lok Sabha Chunav Result 2024: देश में हुए आम चुनाव के परिणाम आने लगे हैं। देश की सबसे हॉटसीट वायनाड से राहुल गांधी को धमाकेदार जीत मिली है। उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार एन राजा को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। काउंटिंग के शुरुआती रुझानों के समय से ही राहुल गांधी आगे चल रहे थे। राहुल गांधी को 6,474,45 वोट मिला है। वहीं दूसरे नंबर पर रहीं सीपीआई उम्मीदवार एन राजा को 283023 वोट मिला है। राहुल गांधी ने एन राजा को 3,64,422 वोटों से हराया है। पिछले लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड मार्जिन से जीत दर्ज करने वाले राहुल गांधी इस बार भी वहीं रिकॉर्ड दोहराया है। वहीं तीसरे नंबर पर रहे बीजेपी के सुरेंद्रन को 1,41,045 वोट मिला है।
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वायनाड में 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो राहुल गांधी ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी। उस चुनाव में उन्होंने 706367 वोट हासिल किए थे जो 64.7% रहा। वही दूसरी तरफ लेफ्ट के उम्मीदवार पीपी सुनीर रहे जिन्हें मात्र 274597 वोट हासिल हुए, यानी कि राहुल गांधी ने एक ऐतिहासिक अंतर से वो सीट अपने नाम की थी।
लोकसभा चुनाव 2014 परिणाम (Loksabha Election 2014 Results)
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
कांग्रेस | एमआई शनावास | 377035 |
लेफ्ट | सथ्यन मोकरी | 356165 |
2014 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो तब भी कांग्रेस के ही एमआई शनावास ने जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में उन्हें 377035 वोट मिले थे, यानी कि 41.2% वोट। उस चुनाव में उनका मुकाबला लेफ्ट के सथ्यन मोकरी से था जिन्होंने 356165 वोट हासिल किए थे। उस चुनाव में जीत का अंतर ज्यादा बड़ा नहीं था और मुकाबला करीबी रहा। लेकिन 2019 में राहुल गांधी के उतरने से मिजाज बदला था और कांग्रेस ने काफी आसानी से वायानड सीट अपने खाते में की।
लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम (Loksabha Election 2019 Results)
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
कांग्रेस | राहुल गांधी | 706367 |
लेफ्ट | पीपी सुनीर | 274597 |
वायनाड सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर 40 फीसदी के करीब मुस्लिम वोटर हैं, वहीं 40 प्रतिशत ही हिंदू वोटर भी बैठते हैं। 20 फीसदी ईसाई भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं। पिछड़े समाज का भी कुछ वोट इस सीट पर अपना प्रभाव रखता है। वैसे इस बार राहुल गांधी के लिए चुनौती ये है कि अगर हिंदू और मुस्लिम वोट बंटा तो उनकी चुनौती कुछ बढ़ सकती है।