चुनाव जीत गए लेकिन क्या पूरा कर पाएंगे 5 साल कार्यकाल? UP के इन नेताओं पर मंडरा रहा है सांसदी छिनने का खतरा
Lok Sabha Chunav 2024 Results: लोकसभा चुनाव के नतीजों में यूपी में इस बार बीजेपी को बड़ा झटका लगा है, जिसके चलते बीजेपी अकेले बहुमत हासिल न कर सकी लेकिन एनडीए गठबंधन की सरकार बनाकर नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम पद की शपथ ले ली है। विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं कि क्या बीजेपी की अल्पमत वाली यह सरकार 5 साल चल पाएगी। वहीं यूपी से कुछ ऐसे नेता जीतकर भी आए हैं जिनको लेकर सवाल हैं कि क्या वे अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा कर पाएंगे?
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 में जीतकर आए यूपी के कई नेताओं पर सांसदी छिनने का खतरा मंडरा रहा है इन नेताओं का भविष्य उन पर चल रहे क्रिमिनल केसों के चलते खतरे में बताया जा रहा है। अगर इन 5 सालों में किसी भी सांसद को दो साल से ज्यादा की सजा होती है, तो उसकी सांसदी फैसला आने के साथ ही छिन जाएगी।
अफजाल अंसारी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
इन नेताओं की लिस्ट में पहला नाम यूपी के गाजीपुर से लोकसभा सांसद अफजाल अंसारी है। उनके नामांकन से वोटिंग के बीच भी बार-बार विवाद खड़े होते रहे. इसके चलते उन्होंने नामांकन का एक और पर्चा भी दाखिल किया। अफजाल की जीत हो घई है लेकिन उनके खिलाफ 5 आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिसमें से गैंगस्टर एक्ट के तहत एक केस में पहले ही उन्हें 4 साल की सजा हो चुकी है।
इसके चलते उनकी सदस्यता चली गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से उन्हें इस केस में थोड़ी राहत मिल गई थी, फिलहाल यह मामला हाई कोर्ट लंबित है। अगर कोर्ट इस फैसले को बरकरार रखता है तो अफजाल की सांसदी जा सकती है।
चंद्रशेखर पर भी है खतरा
इस लिस्ट में दूसरा नाम अच्छे मार्जिन से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे नगीना से निर्दलीय प्रत्याशी चंद्रशेखर हैं। आजाद समाज पार्ची के प्रमुख चंद्रशेखर के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज है, इनमें से चार में तो उन पर आरोप भी तय हो चुके हैं। अगर किसी भी मामले में उन्हें दो साल की सजा होती है, तो चंद्रशेखर की सांसदी चली जाएगी। बता दें कि चंद्रशेखर पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं।
बाबू सिंह कुशवाहा पर भी हैं क्रिमिनल केस
इस लिस्ट में एक बड़ा नाम बाबू सिंह कुशवाहा का भी है। यूपी की जौनपुर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे बाबू सिंह कुशवाहा पर आय से अधिक संपत्ति के मामले भी दर्ज हैं। उनके खिलाफ 8 मामलों में आरोप तय हो चुके हैं। उनके केस की जांच सीबीआई और ईडी कर रही है।
ऐसे में कोर्ट की तरफ से अगर उनके खिलाफ फैसला आता है तो बाबू सिंह कुशवाहा अपनी सांसदी खो सकते हैं। इसी तरह सुल्तानपुर सीट से मेनका गांधी को हराने वाले सपा नेता राम भुआल निषाद पर भी 8 केस दर्ज हैं, दो केस में आरोप भी तय हो गए हैं।
सहारनपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते इमरान मसूद से लेकर, चंदौली से चुनाव जीते वीरेंद्र सिंह और आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के खिलाफ भी केस दर्ज हैं। इन सभी के खिलाफ ऐसे केस में हैं, जिसमें दो साल से ज्यादा की सजा का प्रावधान भी है। ऐसे में अगर किसी भी केस में इन नेताओं को सजा मिलती है, तो इनकी सदस्यता जा सकती है।