BJP-RSS की तरह कांग्रेस का कैडर बनाना चाहते हैं डीके शिवकुमार, कर्नाटक के लिए बनाया ये प्लान
Karnataka Congress: कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कांग्रेस पार्टी में नए बदलावों का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमें बीजेपी और RSS का मुकाबला करना है, तो पार्टी में अहम बदलाव करना ही होगा। राज्य के डिप्टी सीएम ने कहा है कि इस टारगेट को हासिल करने के लिए राज्य में जल्द ही पार्टी के लिए बदलाव का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस की सभी ब्लॉक यूनिट्स को भंग करने का प्लान बनाया गया है। डीके ने कहा कि इसके जरिए नए चेहरों को मौका देने का इरादा है, उन्होंने कहा कि अगर अब हम पार्टी को कैडर आधारित नहीं बनाते हैं, तो देखिए कि चुनाव बीजेपी और आरएसएस कैडर का कैसे इस्तेमाल करते हैं।
कांग्रेस पदाधिकारियों से की ये अपील
बता दें कि डीके शिवकुमार आज पूर्व पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं, जो कि राज्य कांग्रेस की तरफ से आयोजित किया गया था। डीके शिवकुमार ने कहा है कि इसे लेकर मैं आप सबसे अपील कर रहा हूं कि मैं अपने सभी पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दे रहा हूं, साथ ही सभी जिला अध्यक्षों को फोन किया जा रहा है, जो कि 10 साल या 5 साल या फिर दो कार्यकाल से पदों पर हैं। अब हम इन्हें भंग करने की तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी ब्लॉक आगे से नए चेहरों को मौका देंगे। डीके शिवकुमार ने कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस को अब नए खून की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं आपको जून को एक काम सौंप रहा हूं, मैंने केपीसीसी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।
50 परिवारों को बनाना होगा सदस्य
डीके शिवकुमार ने कहा कि इस दौरान कांग्रेस कुटुंब नाम से नया कार्यक्रम शुरू किया गया जाएगा। इसके तहत हर एक बूथ पर 50 परिवारों को पार्टी का सदस्य बनाना ही होगा। कर्नाटक में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर बीजेपी सिद्धारमैया सरकार पर काफी हमलावर है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राज्य की राजधानी मादक पदार्थों और रेव पार्टियों का अड्डा बनती जा रही है। पार्टी ने इसके लिए उड़ता बेंगलुरू शब्द का इस्तेमाल किया, जिसके चलते कर्नाटक में सियासी पारा काफी हाई है।
इस सियासी पारे के चढ़ने की एक अहम वजह जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर लगे यौन उत्पीड़न आरोप भी हैं, जिनके खिलाफ जांच के लिए SIT का गठन किया गया था। वहीं रेवन्ना ने ऐलान किया है कि वे 31 मई को को SIT के सामने पेश होंगे।