भारत के चुनाव पर जिनपिंग के चीन की नजर, Microsoft ने बड़े खेल से उठा दिया पर्दा
देश में लोकसभा चुनाव का माहौल पूरी तरह तैयार हो चुका है। तमाम पार्टियां इस समय प्रचार में लगी हुई है, अब जमीन पर तो अगर राजनीतिक पार्टियां चुनाव में सक्रिय दिख रही हैं, तकनीक की वजह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी अपनी भूमिका निभाने जा रहा है। टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एक ऐसा दावा कर दिया है जिससे भारत में होने वाले चुनाव को लेकर सभी की चिंता बढ़ गई है।
असल में माइक्रोसॉफ्ट की इंटेलिजेंस टीम में दावा किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में चीन अपना प्रभाव डालने की कोशिश कर सकता है। वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए गलत जानकारी भारत के वोटरों में डाल सकता है, किसी एक राजनीतिक दल के प्रति वोटरों के रुझान को बढ़ा भी सकता है। इसके अलावा फर्जी वीडियो, डीप फेक वीडियो और दूसरे पोस्ट के जरिए वो कई तरह के सियासी कारनामे करने की कोशिश कर सकता है।
ये कोई पहली बार नहीं है जब चीन को लेकर ऐसे आरोप लग रहे हो कि वो दूसरे देशों के चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा हो। हाल ही में ताइवान में जो चुनाव हुए थे, उसमें भी चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए बड़े स्तर पर लोगों को प्रभावित करने की कोशिश की थी
एक जारी बयान में माइक्रोसॉफ्ट इंटेलिजेंस टीम में यहां तक कहा है कि चीन उत्तर कोरिया की मदद से अमेरिका, भारत और दक्षिण कोरिया में चुनाव को प्रभावित कर सकता है, अपने हितों को फायदा पहुंचाने वाले AI जेनरेटेड कंटेंट का वो बड़े स्तर पर इस्तेमाल कर सकता है।
चुनावी शेड्यूल की बात करें तो इस बार सात चरणों में चुनाव होने जा रहा है, चार जून को नतीजे आएंगे। एक तरफ अगर मोदी सरकार तीसरी बार भी सत्ता में आने की बात कर रही है, 400 से ज्यादा सीटें जीतने का दम भर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन भी उत्साह से भरा हुआ है, उसे लग रहा है कि इस बार की विपक्षी एकजुटता बीजेपी को हरा देगी।