आंध्र प्रदेश के स्पेशल स्टेटस की डिमांड पर अड़कर छोड़ा था NDA, आज बन गए मोदी सरकार के सबसे अहम पिलर
Chandrababu Naidu: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में एनडीए के लिए चंद्रबाबू नायडू बेहद अहम घटक दल के तौर पर देखा जा रहा है। पीएम मोदी की सरकार के गठन में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी की अहम भूमिका है। एक तरफ जहां एनडीए की केंद्र में सरकार बनने वाली है, दूसरी ओर एनडीए की सरकार टीडीपी के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश में बनने वाली हैं।
चंद्रबाबू नायडू एक बार 12 जून को आंध्र प्रदेश के सीएम पद की शपथ लेंगे। वह चौथी बार राज्य के सीएम बनेंगे, जो कि अमरावती में होगा। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई मंत्री शामिल होंगे।
कैसा रहा है कि चंद्रबाबू नायडू का सियासी सफऱ
इससे पहले चंद्रबाबू नायडू ने तीन बार- 1 सितंबर 1995, 11 अक्टूबर 1999 और 8 जून 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, साल 2019 के विधानसभा चुनाव में YSRCP के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने टीडीपी को हराकर नायडू से सत्ता छीन ली थी।
एन चंद्रबाबू नायडू का पूरा नाम नारा चंद्रबाबू नायडू है। उनका जन्म 20 अप्रैल 1950 को आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के नारावारिपल्ली गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम नारा खर्जुरा नायडू और मां का नाम अमनम्मा है। नायडू की शुरुआती शिक्षा तिरुपति से ही पूरी हुई है। उन्होंने चंद्रगिरी गवर्नमेंट स्कूल से 10वीं और 12वीं की पढाई की। तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर आर्ट्स कॉलेज ग्रेजुएशन और श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की।
चंद्रबाबू नायडू ने एक युवा कांग्रेस नेता के तौर पर राजनीतिक सफर शुरू किया था। इमरजेंसी के बाद वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। नायडू 1978 में चंद्रगिरि से पहली बार MLA चुनकर विधानसभा पहुंचे। साल 1980 में जाने-माने अभिनेता और TDP के संस्थापक एन टी रामाराव (NTR) की बेटी नारा भुवनेश्वरी से शादी की। शादी के बाद भी नायडू कांग्रेस में ही थे, लेकिन 1983 के विधानसभा चुनाव में वह टीडीपी प्रत्याशी से हार गए। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर टीडीपी ज्वॉइन कर ली।
चंद्रबाबू नायडू ने साल 1995 में आंध्र प्रदेश के सीएम और अपने ससुर एनटी रामाराव के खिलाफ बगावत कर दी थी। इसके बाद बहुमत साबित कर खुद मुख्यमंत्री बने थे। 2004 तक सीएम के तौर पर काम किया। 2014 और 2019 में में वह जगन रेड्डी की पार्टी से हार गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव के साथ हुए विधानसभा चुनावों में आंध्र प्रदेश में टीडीपी ने शानदार जीत दर्ज की है और नायडू चौथी बार सीएम बनने वाले हैं। चंद्रबाबू नायडू विभाजन से पूर्व आंध्र प्रदेश के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री हैं। इतना ही नहीं वह सबसे लंबे समय तक विपक्ष के नेता भी रहे हैं।
चंद्रबाबू नायडू को लेकर हैदराबाद का मुख्य वास्तुकार भी माना जाता है। चंद्रबाबू नायडू ने हैदराबाद को हाई-टेक शहर के रूप में विकसित करने और एक प्रमुख केंद्र में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने एनडीए की सरकार बनाने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को बाहर से समर्थन दिया और सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।