'निकोबार ने नहीं दिए वोट, अब तुम्हारे दिन अच्छे नहीं रहेंगे', BJP सांसद का विवादित बयान, वीडियो वायरल
जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के बयान पर अभी विवाद खत्म नहीं हुआ था कि अंडमान और निकोबार आईलैंड्स से बीजेपी के सांसद बिष्णु पांडा रे ने एक नई कंट्रोवर्सी को जन्म दे दिया है। निकोबार के मतदाताओं का जिक्र करने वाला उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
यह वीडियो लोकसभा चुनाव परिणाम के अगले दिन का बताया जा रहा है। इस वीडियो में बिष्णु पांडा रे अपने समर्थकों को संबोधित करते नजर आ रहे हैं। कथित वीडियो में वह कहते हैं, "हम लोगों को काम करेंगे लेकिन जिन लोगों ने हमें वोट नहीं दिया वो जरूर सोच लें। निकोबार आईलैंड ने मुझे कोई वोट नहीं दिया। क्या निकोबार अब सोच सकता है कि क्या होने जा रहा है"
उन्होंने आगे कहा, "निकोबार के नाम पर तुम पैसा लोगे, शराब पिओगे लेकिन वोट नहीं दोगे। निकोबार वाले भाई संभलकर रहो, संभलकर रहो, संभलकर रहो। मुझे वादा किया था वोट देंगे। तुम्हारे दिन खराब हैं, पक्का खराब हैं। तुम और ज्यादा अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह को बुद्धू नहीं बना पाओगे। अब तुम्हारे दिन अच्छे नहीं होंगे।"
बीजेपी सांसद ने नहीं उठाया इंडियन एक्सप्रेस का कॉल
बिष्णु पांडा रे से जब इस बयान को लेकर उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की तो उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस का सवाल सुनकर फोन काट दिया। उन्हें इसके बाद भी द इंडियन एक्सप्रेस की तरफ से कई बार फोन मिलाया गया लेकिन उन्होंने कॉल का कोई जवाब नहीं दिया।
हालांकि बाद में उन्होंने बयान को लेकर एक प्रेस नोट जारी किया। इस नोट में कहा गया है कि घटना के बाद कार निकोबार के चीफ ट्रायबल कैप्टन के नेतृत्व में निकोबार के बुजुर्गों ने पोर्ट ब्लेयर में उनसे मुलाकात की और चुनाव जीतने पर उन्हें बधाई दी।
नोट में कहा गया, "उन्होंने उन्हें कुछ घटनाओं की वजह से समुदाय के विभिन्न वर्गों में होने वाली पीड़ा और चिंता से भी अवगत कराया। माननीय सांसद ने निकोबार के लोगों के प्रति अपने गहरे लगाव और अपने पिछले कार्यकालों के दौरान समुदाय के लिए किए गए कार्यों के बारे में बात की। उन्होंने बुजुर्गों से अतीत को भूलने के लिए भी कहा और उन्हें आश्वासन दिया कि जब भी जरूरत होगी, वे आदिवासी समुदाय के मुद्दों को हल करने के लिए और भी अधिक प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे।"
प्रेस स्टेटमेंट में बताया गया कि सांसद ने चीफ कैप्टन द्वारा निकोबार आने के आमंत्रण को स्वीकार किया और उम्मीद जताई कि वो अपने कार्यकाल में लोगों की ज्यादा से ज्यादा सेवा करेंगे।