'अब मैं छुट्टा सांड हो गया हूं…', यौन शोषण मामले में झटके के बाद ये क्या बोल गए बृजभूषण
लंबे समय तक विवादों में रहे बीजेपी के निवर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस बार लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर कहा कि अभी वह न तो बूढ़ा हुए हैं और न ही रिटायर हुआ हूं। उन्होंने यूपी की कैसरगंज सीट से अपने बेटे करण भूषण सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। जनसभा में उन्होंने कहा, "वो न तो अभी बूढ़े हुए हैं और न ही रिटायर हुए हैं। अब में खुला सांड हो गया हूं और अब किसी से भी भिड़ सकता हूं, कोई हमारा क्या कर लेगा।"
बृजभूषण ने दावा किया अभी बहुत कुछ करना है
जनसभा क्षेत्र के परसपुर कस्बे में आयोजित की गई थी। सभा में उन्होंने कहा, "पहले जितना आपके बीच में रहता था, उससे दोगुना आपके बीच में रहूंगा। आपके सुख-दुख में साथी रहूंगा और पूरी ताकत के साथ काम करूंगा।" उन्होंने कहा कि अभी हमें बहुत कुछ करना बाकी है. बहुत कुछ करना है। मुझे पता है कहां सड़क की जरूरत है, कहां पुल की जरूरत है? कहां रेलवे के ऊपर ओवर ब्रिज की जरूरत हैं? मुझे खेत की भी सारी समस्याएं पता हैं।"
कांग्रेस ने बेटे को टिकट देने को महिलाओं का अपमान बताया
दूसरी तरफ कांग्रेस ने हरियाणा में शनिवार को महिला पहलवानों से जुड़े मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से बृजभूषण शरण सिंह के पुत्र को टिकट देकर पीएम ने भारत की बेटियों को फिर निराश किया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा किया कि मोदी सरकार ने किसानों की दुर्दशा को नजरअंदाज किया है।
रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "प्रधानमंत्री ने किसानों से किए गए एमएसपी की कानूनी गारंटी के अपने वादे को क्यों तोड़ा? क्या प्रधानमंत्री मोदी हमेशा भारत और हरियाणा की बेटियों से ज्यादा अपनी राजनीति को प्राथमिकता देंगे? हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में दलितों पर अत्याचार क्यों बढ़ रहे हैं?"
उन्होंने दावा किया कि हरियाणा के किसानों का भरोसा दोहरे मानदंडों को अपनाने वाली मोदी सरकार से पूरी तरह से उठ चुका है। रमेश ने कहा, "जब 2021 में काले कृषि कानूों के विरोध में जारी प्रदर्शन खत्म किया गया, तब किसान प्रधानमंत्री और उनकी सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन से आश्वस्त थे की उनकी मांगें पूरी होंगी। लेकिन, समय के साथ मोदी सरकार की किसान संगठनों के साथ बातचीत कम हो गई।"