scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

Jansatta Editorial: खानपान और गलत जीवन-शैली संबंधी बीमारियां सरकार के लिए बनी चिंता का विषय

स्वास्थ्य संबंधी इन नई समस्याओं की गिरफ्त में बच्चों और युवाओं को अधिक देखा जा रहा है। मोटापा और मधुमेह अब युवाओं के बीच आम समस्या की तरह उभरे हैं। आइसीएमआर ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि 56.4 फीसद बीमारियां अस्वास्थ्यकर खानपान की वजह से होती हैं।
Written by: जनसत्ता | Edited By: Bishwa Nath Jha
नई दिल्ली | Updated: May 11, 2024 08:36 IST
jansatta editorial  खानपान और गलत जीवन शैली संबंधी बीमारियां सरकार के लिए बनी चिंता का विषय
प्रतीकात्मक तस्वीर। फोटो -(इंडियन एक्सप्रेस)।
Advertisement

पिछले कुछ दशक में जीवन-शैली संबंधी बीमारियां सरकार के लिए चिंता का विषय बनती गई हैं। स्वास्थ्य और आहार विशेष निरंतर लोगों से अपनी जीवन-शैली में बदलाव लाने, आहार संबंधी सतर्कता बरतने का आह्वान करते रहे हैं, मगर उसका अपेक्षित असर नहीं देखा जाता। खासकर पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह लोगों की खानपान संबंधी आदतें बदली हैं, उससे कई नई तरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं।

Advertisement

स्वास्थ्य संबंधी इन नई समस्याओं की गिरफ्त में बच्चों और युवाओं को अधिक देखा जा रहा है। मोटापा और मधुमेह अब युवाओं के बीच आम समस्या की तरह उभरे हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आइसीएमआर ने अपनी एक रपट में खुलासा किया है कि 56.4 फीसद बीमारियां अस्वास्थ्यकर खानपान की वजह से होती हैं।

Advertisement

आइसीएमआर की तहत काम करने वाली संस्था राष्ट्रीय पोषण संस्थान यानी एनआइएन ने आहार संबंधी विवरण पेश करते हुए सत्रह ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची जारी की है, जिनसे परहेज करके बीमारियों से दूर रहा और स्वास्थ्यकर जीवन बिताया जा सकता है। निश्चय ही इससे लोगों में अपने स्वास्थ्य को लेकर कुछ सतर्कता बढ़ेगी।

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि खासकर शहरी और कस्बाई जीवन में खानपान की आदतें बहुत तेजी से बदली हैं। जबसे डिब्बाबंद और बने-बनाए भोज्य पदार्थों का बाजार बढ़ा है, तबसे खानेपीने के पारंपरिक नियम-कायदे छिन्न-भिन्न होने लगे हैं। बच्चों और युवाओं की जीभ पर बाजार का स्वाद अपना राज करने लगा है।

Advertisement

इसमें लोग भूल ही गए हैं कि क्या खाना सेहत की दृष्टि से उचित है और क्या अनुचित। खानेपीने का कोई तय समय भी नहीं रह गया है। इस तरह युवाओं के चयापचय पर बुरा असर पड़ा है, जिसका नतीजा उनमें बढ़ता मोटापा और उनके हृदय पर बढ़ता बोझ है। बहुत सारे कसरत करने वाले युवा, बिना सोचे-समझे प्रोटीन की खुराक लेते हैं, यह उनकी सेहत पर बहुत बुरा असर डाल रहा है।

Advertisement

इसे लेकर आइसीएमआर ने आगाह किया है। यह निश्चय ही चिंता का विषय है कि आधे से अधिक लोगों में बीमारियां केवल गलत खानपान की आदतों की वजह से पैदा हो रही हैं। इसके लिए जनजागरूकता बढ़ाना जरूरी है।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो