RBI से एक हजार करोड़ से ज्यादा की रकम लेकर आ रहे थे दो कंटेनर, जानिए नेशनल हाइवे पर फिर क्या हुआ
तमिलनाडु के चेन्नई से विल्लुपुरम जा रहे दो कंटेनरों को लेकर नेशनल हाइवे पर उस समय हड़कंप मच गया जब उनमें से एक कंटोनर बीच सड़क पर खराब हो गया। आनन-फानन में पुलिस का भारी बंदोबस्त दोनों कंटेनरों के इर्द गिर्द हो गया। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या माजरा है जो कंटेनरों की इतनी ज्यादा फिक्र पुलिस को हो रही है। कुछ देर बाद एक कंटेनर को पुलिस कड़ी सुरक्षा में अपने साथ ले गई।
दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की चेन्नई स्थित ब्रांच से एक हजार 70 करोड़ की रकम विल्लुपुरम भेजी गई थी। ये सारे पैसे इलाके के बैंकों में जाने थे। रकम दो कंटेनरों में थी। हर एक में 535 करोड़ रुपये थे। दोनों कंटेनर अपने गंतव्य की तरफ जा रहे थे कि उनमें से एक बीच रास्ते में खराब हो गया। कंटेनरों को तांबरम के पास रुकना पड़ गया। हालांकि 17 पुलिस के जवान कंटेनरों को गार्ड कर रहे थे।
नहीं ठीक हो सका कंटेनर तो पुलिस के और जवान बुलाए गए
लेकिन भारी भरकम रकम को देखकर पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए। तत्काल कंट्रोल रूम में फोन करके और ज्यादा पुलिस भेजने को कहा गया। उसके बाद और ज्यादा पुलिस का बंदोबस्त नेशनल हाइवे पर किया गया। कंटेनर का ड्राइवर पहले खुद से वाहन को ठीक करने की कोशिश करता रहा। लेकिन जब काफी प्रयासों के बावजूद वो वाहन को ठीक नहीं कर सका तो कंटेनरों को सिद्धा इंस्टीट्यूट ले जाया गया।
सिद्धा इंस्टीट्यूट के भीतर कंटेनरों के जाने केस बाद तमाम रास्ते कुछ देर के लिए बंद करा दिए गए। एक्सपर्ट मैकेनिकों को वहीं पर बुलाकर कंटेनर को ठीक करने की कोशिश की गई। लेकिन तमाम मशक्कत के बाद भी वो वाहन को ठीक नहीं कर सके। उसके बाद फैसला लिया गया कि सारी रकम को वापस से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की चेन्नई स्थित ब्रांच में भेज दिया जाए। दोनों कंटेनरों को RBI की तरफ रवाना कर दिया गया।
तांबरम के असिस्टेंट कमिश्नर श्रीनिवासन का कहना है कि रकम भारी भरकम थी, इस वजह से पुलिस की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ गई। कंटेनर के खराब होने की सूचना के बाद से उसके रिजर्व बैंक पहुंचने तक पुलिस ने अपना काम शिद्दत से किया। पूरी तरह से सुनिश्चित किया गया कि गड़बड़ न हो।