गवर्नर को नहीं भाया सीएम स्टालिन का विदेश जाना, कसा तंज तो DMK के मंत्री ने नरेंद्र मोदी का जिक्र कर दिखा दिया आइना
महाराष्ट्र और केरल समेत कई सूबों में राज्य सरकार और राज्यपालों के बीच की तनातनी जगजाहिर है। अब इस फेहरिस्त में तमिलनाडु का नाम भी जुड़ता जा रहा है। सूबे के गवर्नर आरएन रवि को सीएम एमके स्टालिन का बार-बार विदेश जाना अच्छा नहीं लगता। सीएम के विदेशी दौरों को लेकर उन्होंने तंज कसा है। डीएमके ने पलटवार करते हुए गवर्नर को नरेंद्र मोदी के गुजरात का सीएम रहते किए गए विदेशी दौरों की याद दिला दी।
दरअसल, ऊटी में वाइस चांसलरों और निजी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों के साथ गुफ्तगू करते हुए राज्यपाल ने कहा कि निवेशक केवल इस वजह से तमिलनाडु में नहीं आने जा रहे, क्योंकि हम उनसे ऐसा करने को कह रहे हैं। वो बहुत ज्यादा मोलभाव करते हैं। हमारे देश में दूसरे भी कई सूबे हैं जो इस तरह की कवायद करके फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट को लाने की कोशिश में हैं।
एजुकेशन को बनाएं प्रतिस्पर्धी, आएंगे निवेशक- गवर्नर
गवर्नर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर बड़ी कंपनियों को अपनी तरफ खींचने के लिए हमें अपने इको सिस्टम को दुरुस्त करना होगा। हमें एजुकेशन सिस्टम में मूलभूत सुधार करने होंगे। उसे प्रतिस्पर्धी बनाना होगा। हमें अपने लोगों को तकनीकी तौर पर दक्ष करना होगा। उसके बाद ही हम उम्मीद कर सकते हैं कि विदेशी निवेशक हमारी तरफ आएंगे।
स्टालिन के वित्त मंत्री ने गवर्नर को लिया आड़े हाथ
तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगल थेनारासु ने बीजेपी से संबद्ध गवर्नर पर तीखा हमला बोला। उनका कहना था कि स्टालिन के विदेशी दौरों पर सवाल उठाकर वो सीधे पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बना रहे हैं। क्या आरएन रवि को पता है कि मोदी जब गुजरात के सीएम थे तो उन्होंने कितने विदेशी दौरे किए थे। उनका कहना है कि मई 2021 में डीएमके की सरकार बनने के बाद से सूबे में 2 लाख करोड़ का विदेशी निवेश लाया जा चुका है।
जापान और सिंगापुर के दौरों पर गए थे सीएम स्टालिन
थंगल थेनारासु ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि गवर्नर ने इस तरह की बात एकेडमिक मीटिंग के दौरान कही। वो वाइस चांसलरों से बात कर रहे थे। ऐसे मौके पर राजनीतिक बात नहीं की जानी चाहिए थी। उनका कहना है कि राज्यपाल ने जो कुछ कहा वो पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। ध्यान रहे कि स्टालिन हाल ही में जापान और सिंगापुर की यात्रा पर थे। उस दौरान उन्होंने कई विदेशी कंपनियों के साथ MOU साइन किए थे।