Index Funds: शेयर बाजार की तेजी से कमाना है मुनाफा? इंडेक्स फंड है सबसे आसान रास्ता
Benefits of Investing in Index Mutual Funds: शेयर बाजार में निवेश लंबी अवधि के दौरान अच्छा-खासा रिटर्न दे सकता है, यह बात तो सभी मानते हैं। लेकिन सही शेयर की पहचान करके उसमें निवेश करने के लिए उस कंपनी, इंडस्ट्री और बाजार के रुझान की पूरी जानकारी होनी चाहिए, जो सबके पास नहीं होती। खास तौर पर छोटे निवेशकों के लिए तो कंपनियों, इंडस्ट्री, इकॉनमी और मार्केट के ट्रेंड को ट्रैक करना काफी मुश्किल हो सकता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आम निवेशक मार्केट की रैली से मुनाफा नहीं कमा सकते। बाजार के बारे में कम जानकारी रखने वाले रिटेल निवेशकों के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड को बाजार में निवेश का सबसे आसान और कम जोखिम वाला तरीका माना जाता है। और जिन निवेशकों को मार्केट में उपलब्ध तरह-तरह के म्यूचुअल फंड्स की भीड़ में से अपने लिए सही कैटेगरी वाले फंड का चुनाव करने में दिक्कत हो रही हो, उनके लिए इंडेक्स म्यूचुअल फंड (Index Mutual Fund) एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
क्या है इंडेक्स फंड का मतलब
इंडेक्स फंड भी इक्विटी म्यूचुअल फंड की कैटेगरी में आते हैं, जिनके जरिए किसी विशेष इंडेक्स के शेयरों में पैसे लगाए जाते हैं। हर इंडेक्स फंड शेयर मार्केट के किसी खास इंडेक्स को ट्रैक करता है। इसका मतलब ये है कि सेंसेक्स या निफ्टी 50 को ट्रैक करने वाले इंडेक्स फंड के जरिए उन्हीं 30 या 50 कंपनियों के शेयरों में निवेश किया जाता है, जो सेंसेक्स या निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल हैं। इतना ही नहीं, यह निवेश उसी अनुपात में किया जाता है, जो उस इंडेक्स में हर कंपनी का होता है। यही वजह है कि किसी भी इंडेक्स फंड में उतार-चढ़ाव उससे संबंधित इंडेक्स के हिसाब से ही होते हैं। ऐसे फंड्स के लिए किसी मैनेजर को अपना दिमाग लगाकर अलग से कंपनियों का चुनाव नहीं करना पड़ता। अगर इंडेक्स में कोई नई कंपनी शामिल या बाहर होती है या उनके वेटेज में कोई बदलाव होता है, तो उससे जुड़े फंड में भी वैसा ही किया जाता है। इंडेक्स को फॉलो करने के कारण ही इंडेक्स फंड को पैसिव फंड भी कहते हैं।
कम होती है फंड मैनेजमेंट की लागत
इंडेक्स फंड में निवेश का फॉर्मूला पहले से फिक्स होता है, इसलिए महंगी फीस या कमीशन लेने वाले वाले फंड मैनेजरों की जरूरत नहीं पड़ती। इसकी वजह से इंडेक्स फंड को मैनेज करने की कॉस्ट एक्टिव फंड्स यानी फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले फंड्स के मुकाबले काफी कम होती है। इसी वजह से इंडेक्स फंड्स का एक्सपेंस रेशियो काफी कम रहता है और निवेशकों को उनके इनवेस्टमेंट पर बेहतर नेट रिटर्न मिलता है। अगर एक्टिव म्यूचुअल फंड्स का एक्सपेंस रेशियो 1।5 से 2 फीसदी तक होता है, तो इंडेक्स फंड में 0।5 से 1 प्रतिशत तक ही रहता है।
इंडेक्स के हिसाब से मिलता है रिटर्न
इंडेक्स को ट्रैक करने की वजह से इंडेक्स फंड में किए गए निवेश पर मिलने वाला रिटर्न भी संबंधित इंडेक्स के लगभग बराबर ही रहता है। यानी अगर इंडेक्स फंड निफ्टी 50 को ट्रैक करता है, तो उसका रिटर्न भी निफ्टी 50 के साथ ही साथ घटता या बढ़ता रहेगा। इसमें ट्रैकिंग एरर की वजह से थोड़ा बहुत फर्क आ सकता है, लेकिन ये अंतर बेहद मामूली होता है। नीचे हमने कुछ टॉप इंडेक्स फंड्स के पिछले 5 साल के रिटर्न की जानकारी दी है। इन फंड्स के नाम से पता चलता है कि ये किस इंडेक्स को फॉलो करते हैं। एक ही इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इंडेक्स फंड के रिटर्न में जो मामूली फर्क दिख रहा है, वो ट्रैकिंग एरर के कारण है।
टॉप इंडेक्स फंड्स का 5 साल का रिटर्न (डायरेक्ट प्लान)
- UTI Nifty Next 50 Index Fund : 21.15%
- DSP Nifty Next 50 Index Fund : 20.91%
- LIC MF Nifty Next 50 Index Fund : 20.88 %
- ICICI Prudential Nifty Next 50 Index Fund : 20.88%
- Sundaram Nifty 100 Equal Weight Fund : 19.11%
- DSP Nifty 50 Equal Weight Index Fund : 18.41%
- Bandhan Nifty 50 Index Fund : 15.23%
- Quantum Nifty 50 ETF : 15.15%
- UTI Nifty 50 Index Fund : 15.03%
- ICICI Prudential Nifty 50 Index Fund : 15.02%
(Source : AMFI)
इंडेक्स फंड पर टैक्स बेनिफिट
इंडेक्स फंड के जरिए इक्विटी में निवेश करने पर वह सभी टैक्स बेनिफिट मिलते हैं, जो इक्विटी फंड पर लागू हैं। इंडेक्स फंड की यूनिट्स को बेचने से पहले अगर 12 महीने से कम होल्ड किया हो, तो उस पर 15 प्रतिशत के हिसाब से शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) टैक्स लगेगा, जबकि 12 महीने से ज्यादा होल्ड करने के बाद बेचने पर अगर एक वित्त वर्ष के दौरान 1 लाख रुपये तक का मुनाफा हुआ तो उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। साल में एक 1 लाख रुपये से ज्यादा मुनाफा होने पर 10 प्रतिशत की दर से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) टैक्स देना पड़ता है। जाहिर है कि अगर आप ऊंचे टैक्स स्लैब में आते हैं, तो आपको इंडेक्स फंड के जरिए इक्विटी में निवेश करने पर अच्छा-खासा टैक्स लाभ मिल सकता है।