Midcap Funds: 1 साल में 50% से ज्यादा रिटर्न देने वाले 10 मिडकैप फंड, क्या है इनकी खासियत, किसे करना चाहिए निवेश?
Midcap Funds Return : ज्यादा रिटर्न पाने के लिए बहुत से निवेशक सीधे स्टॉक मार्केट (Stock Market) में पैसा लगाते हैं. स्टॉक मार्केट ऐसी जगह है, जहां सही निवेश के विकल्प की पहचान हो तो बेहद शानदार रिटर्न मिल सकता है. इनमें भी बाजार के पॉजिटिव कंडीशन में मिडकैप हाई से हाई रिटर्न पाने के लिए जाने जाते हैं. बहुत से निवेशक अक्सर बेहतर मिडकैप स्टॉक की तलाश में रहते हैं. लेकिन इक्विटी मार्केट में जोखिम भी होता है. बाजार में उतार चढ़ाव एक सामान्य घटना है, जिसका असर स्टॉक पर भी होता है. वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप में जोखिम लार्जकैप की तुलना में ज्यादा होता है. ऐसे में मिडकैप स्टॉक में सीधे पैसे लगाने की बजाय म्यूचुअल फंड के जरिए इनमें निवेश करना सुरक्षित है. बाजार में ऐसे कई मिडकैप म्यूचुअल फंड (Midcap Mutual Fund) हैं, जो रिटर्न देने में स्टॉक मार्केट को टक्कर दे रहे हैं.
मिडकैप फंड के बारे में जानिए
मिड कैप फंड मार्केट कैप के लिहाज से मझोली कंपनियों के स्टॉक या इक्विटी-रिलेटेड विकल्पों में निवेश करते हैं. मार्केट रेगुलेटर सेबी के नियम के अनुसार ऐसी कंपनियां मार्केट कैप में 101 से 250 के बीच रैंक की जाती हैं. ये लार्जकैप से छोटी लेकिन स्मॉलकैप से बड़ी होती हैं. वहीं मिडकैप फंड का रिटर्न अमूमन लार्ज-कैप फंडों की तुलना में ज्यादा हो सकता है. लेकिन ध्यान देने की बात यह है कि ये लार्जकैप की तुलना में अस्थिर भी ज्यादा होते हैं, खासतौर से बाजार में गिरावट आने पर. मिड कैप म्यूचुअल फंड रिस्क और रिटर्न का सही संयोजन हैं.
1 साल में 50% से ज्यादा रिटर्न वाली स्कीम
क्वांट मिडकैप फंड : 76.53%
ITI मिडकैप फंड : 71.80%
महिंद्रा मैन्युलाइफ मिडकैप फंड : 62.51%
ICICI प्रू मिडकैप फंड : 62.44%
HSBC मिडकैप फंड : 61.93%
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड : 60.09%
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड : 58.04%
सुंदरम मिडकैप फंड : 57.81%
टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड : 57.79%
LIC म्यूचुअल फंड मिडकैप : 57.41%
(source : value research)
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किसके लिए बेहतर है स्कीम
जो निवेशक बाजार में रिस्क लेकर ज्यादा मुनाफा कमाने की तलाश में रहते हैं, उनके लिए मिडकैप स्कीम बेहतर बिकल्प है. हालांकि ऐसे निवेशकों को भी अपना लक्ष्य कम से कम 5 से 6 साल रखना चाहिए. वहीं मिडकैप फंडों में निवेश करते समय फाइनेंशियल एडवाइजर की सहायता जरूर लेनी चाहिए. क्योंकि फाइनेंशियल एडवाइजर अपनी रिसर्च के आधार पर सही स्कीम चुनने में मदद करते हैं. वह समय समय पर स्कीम के प्रदर्शन के आधार पर पोर्टफोलियो भी बैलेंस करते हैं.
मिडकैप फंड पर टैक्स
अगर इक्विटी फंड्स का होल्डिंग पीरियड 12 महीने से कम का है तो इस पर मिलने वाला प्रॉफिट शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स होगा और इस पर फ्लैट 15 फीसदी की दर से टैक्स देना होगा. 12 महीने से अधिक तक की होल्डिंग पर लांग टर्म कैपिटल गेन्स होगा और 1 लाख रुपये तक का गेन्स टैक्स-फ्री है. 1 लाख रुपये से अधिक का लांग टर्म कैपिटल गेन्स 10 फीसदी की दर से टैक्सेबल होता है और इस पर इंडेक्सेशन बेनिफिट भी नहीं मिलता है.
(Source : Amfi)