Share Market News: चुनावों के बीच शेयर मार्केट ने रच दिया इतिहास, सन्न रह गए अमेरिका-चीन और जापान, 5 ट्रिलियन डॉलर पहुंचा मार्केट कैप
Share Market News: शेयर मार्केट में पिछले कई दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। पिछले कारोबारी सत्र यानी मंगलवाप (21 मई 2024) को भले ही भारतीय शेयर बाजार में सुस्ती देखी गई हो लेकिन एक नया कीर्तिमान जरूर बन गया। स्टॉक मार्केट में बीएसई (BSE) पर लिस्ट कंपनियों का मार्केट कैप पहली बार मंगलवार को 5 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छूने में सफल रहा। और सबसे खास बात है कि ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पांचवा देश है। भारत से पहले अमेरिका, चीन, जापान और हॉन्कॉन्ग के शेयर मार्केट में ही यह रिकॉर्ड बन सका है।
लोकसभा चुनाव और शेयर बाजार की धीमी रफ्तार
देश में चल रहे लोकसभा चुनाव 2024 के बीच शेयर मार्केट में लगातार उठापटक का दौर जारी है। इस बीच शेयर बाजार में बीएसई-लिस्टेड कंपनियों की शेयर की टोटल वैल्यू यानी मार्केट कैप 414.62 लाख करोड़ (4.97 ट्रिलियन डॉलर) को छू गया।
जैसा कि हमने बताया कि भारत ऐसा करने वाला पांचवा देश बन गया है। अभी यूएसए का मार्केट कैप 55 ट्रिलियन डॉलर, चीन का मार्केट कैप 9 ट्रिलियन डॉलर, जापान का 6.1 ट्रिलियन डॉलर और हॉन्ग कॉन्ग का मार्केट कैप 5.5 ट्रिलियन डॉलर है।
आपको बता दें कि मंगलवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ लाल रंग के निशान पर खुला था। हालांकि, बाद में रेलवे स्टॉक्स में काफी तेजी देखी गई लेकिन ओवरऑल मार्केट परफॉर्मेंस बहुत अच्छी नहीं रही। कारोबार बंद होने के समय सेंसेक्स 52 अंक गिरकर 73,953 और निफ्टी 27 अंक चढ़कर 22529 के लेवल पर पहुंच गया।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट वी के विजयकुमार का कहना है, 'बीएसई लिस्टेड कंपनियों के लिए 5 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप एक बड़ी उपलब्धि है जो भारतीय स्टॉक मार्केट की निरंतर गति को दिखाता है। यह समझना जरूरी है कि यह उपलब्धि तब हासिल हुई है जब मार्केट लगभग फ्लैट है और ट्रेडिंग बहुत ज्यादा नहीं हो रही। इसका मतलब यह है कि मार्केट कैप में जो बढ़ोतरी हुई है उसमें व्यापक मार्केट का योगदान रहा है। इस उपलब्धि को पाने में PSUs का बडी भूमिका रही है।'
6 महीने में 4 से 5 ट्रिलियन डॉलर पहुंचा मार्केट कैप
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप नवंबर 2023 में पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छूने में सफल रहा था। यानी सिर्फ 6 महीने में मार्केट कैप में 1 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा हुआ। शेयर बाजार के हिसाब से देखें तो यह बहुत तेजी हुई ग्रोथ है।
गौर करने वाली बात है कि 28 मई 2007 को पहली बार मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर पहुंचा था यानी 1 से 5 ट्रिलियन डॉलर तक का सफर तय करने में करीब 15 साल लग गए। जबकि साल 2017 में 1 से 2 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप बनने में भी करीब 10 साल लगे। वहीं मई 2021 में यानी 2 साल पहले यह 3 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचा था।
देश की सबसे वैल्यूएबल टॉप-10 लिस्टेड कंपनियां
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के मार्केट कैप को आगे बढ़ाने में देश की टॉप-10 कंपनियों की अहम भूमिका रही है। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट वैल्यू फिलहाल करीब 19.74 लाख करोड़ रुपये है।
TCS का एमकैप 13.85 लाख करोड़ रुपये, HDFC Bank का 11.07 लाख करोड़ रुपये, एयरटेल का मार्केट कैप 7.95 लाख करोड़ रुपये और ICICI Bank का मार्केट कैप 7.79 लाख करोड़ रुपये है।
वहीं एसबीआई (SBI) का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 7.28 लाख करोड़ रुपये, LIC का मार्केट कैप 6.54 लाख करोड़ रुपये, Infosys का एमकैप 6.01 लाख करोड़ रुपये, HUL का एमकैप 5.57 लाख करोड़ रुपये और ITC की मार्केट वैल्यू 5.49 लाख करोड़ रुपये पहुंच गई है।