बिहार में गर्मी दिखा रही विकराल रूप! बेगूसराय और शेखपुरा के स्कूल में छात्राएं बेहोश, अस्पताल में करवाया गया भर्ती
पूरे उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है। बुधवार को बिहार के शेखपुरा और बेगूसराय के स्कूलों में हीटवेट की वजह से कई छात्राए बेहोश हो गईं। इन छात्राओं को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाा गया। शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉक्टर रजनीकांत कुमार ने बताया कि बढ़ते पारे की वजह से छात्र कठिनाई महसूस कर रहे हैं, जिन छात्रों को यहां भर्ती करवाया गया है अब उनकी हालत स्थिर है।
शेखपुरा के मनकौल गांव स्थित मिडिल स्कूल के हेड मास्टर सुरेश प्रसाद ने बताया कि स्कूल में गर्मी की वजह से प्रार्थना के दौरान 6-7 छात्र बेहोश हो गए। उन्होंने बताया कि इन छात्रों को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया। हेडमास्टर ने यह भी कहा कि गर्मी की वजह से छात्रों को दिक्कतें आ रही हैं।
शेखपुरा के सदर अस्पताल के डॉ. सत्येंद्र ने बताया कि छात्रों को हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। छात्रों को ये भी सलाह दी जाती है कि वो गर्मी में बाहर न निकलें और सभी पानी की बोतलें साथ लेकर चलें।
बेगूसराय के डीएम ने क्या कहा?
बढ़ती गर्मी की वजह से छात्रों के बेहोश होने पर डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि यह खबर मिली है कि एक स्कूल में बढ़ती गर्मी की वजह से छात्रों की तबीयत बिगड़ी है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। सभी छात्रों की तबीयत सही है और चिंता की कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि बढ़ती गर्मी की वजह से बढ़ रहे मामलों को मॉनिटर करने के लिए शिक्षा अधिकारियों को ऑर्डर दिए गए हैं। यह भी आदेश दिए गए हैं कि स्कूलों में तुरंत ट्रीटमेंट के रूप में ORS जैसी बेसिक चीजें दी जाएंगी।
विपक्षी उठा रहा सरकार पर सवाल?
बढ़ती गर्मी के बीच बिहार में स्कूल क्यों खुले हुए हैं, इसपर विपक्ष सवाल उठा रहा है। विपक्ष के नेता यह भी सवाल कर रहे हैं कि जब अन्य प्रदेशों में स्कूल बंद हैं तो बिहार में स्कूल क्यों खुले हुए हैं।
एनडीए के घटक दल और लोजपा नेता चिराग पासवान ने भी बिहार सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। चिराग पासवान ने X पर पोस्ट कर नीतीश कुमार से कहा कि इस तपती गर्मी में विद्यालय खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। आपके सरकारी अधिकारी के तुगलकी फरमान की वजह से बच्चे बेहोश हो रहे है , प्रतिदिन अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ये कोई अत्याचार से कम नहीं हैं। नैतिकता के आधार पर जरूरी है बच्चों की सेहत का देखभाल करना। उन्होंने कहा, "मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं की इस भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की जाए।"