YSRCP के आजीवन अध्यक्ष बने जगन मोहन रेड्डी, मां बहन से विवाद के बीच संविधान में किया संशोधन
उद्धव ठाकरे को हाल ही में अपनों से मिली दगा की वजह से न केवल सीएम की कुर्सी गंवानी पड़ी बल्कि शिवसेना पर कब्जा भी दिन ब दिन कमजोर होता जा रहा है। आंध्र प्रदेश के सीएम भी अपनों की साजिश से परेशान हैं। लेकिन उन्होंने अपने पैर समय रहते ही मजबूत कर लिए हैं। पार्टी के संविधान में फेरबदल करके खुद को आजीवन अध्यक्ष बना लिया है।
जगन मोहन रेड्डी को सत्तारूढ़ युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) का आजीवन अध्यक्ष चुना गया है। शनिवार को यहां पार्टी अधिवेशन के दूसरे और अंतिम दिन इस संबंध में एक घोषणा की गई। वाईएसआरसीपी महासचिव वी. विजयसाई रेड्डी ने जगन मोहन रेड्डी को पार्टी के आजीवन अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने की घोषणा की। वो पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त थे। किसी अन्य नेता ने इस पद के लिए नामांकन दाखिल नहीं किया।
वाईएसआरसीपी अब चुनाव आयोग बताएगी कि उसने जगन रेड्डी के वाईएसआरसीपी अध्यक्ष के चुनाव के लिए अपने संविधान को संशोधित किया है। पार्टी नेताओं को ईसीआई की मंजूरी मिलने का भरोसा है। उन्होंने द्रमुक के मामले का हवाला दिया, जिसे चुनाव आयोग ने एम. करुणानिधि को जीवन भर के लिए पार्टी प्रमुख के रूप में नामित करने की अनुमति दी थी। YSR कांग्रेस का गठन कांग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद हुआ था। जगन के हाथ वाइएसआर कांग्रेस की कमान सौंपने के पहले उनकी मां विजयाम्मा ने वाईएसआर कांग्रेस की अध्यक्षता छोड़ने का ऐलान किया था।
ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला ने पड़ोसी राज्य तेलंगाना में वाईएस तेलंगाना नाम की अलग पार्टी बनाई है। जानकारों का कहना है कि विजयाम्मा का पद छोड़ना पारिवारिक मतभेद का नतीजा है, लेकिन खुद जगन की मां ने इनकार किया है। उन्होंने फर्जी इस्तीफे वाले पत्र वायरल होने पर भी दुख जाहिर किया। उन्होंने वाईएसआर के प्लेनरी सेशन में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, 2011 में भी मैंने अपने बेटे को आपके हवाले कर इसका ख्याल रखने को कहा था, आज एक बार फिर मैं जगन को आप सबके हाथों सौंपती हूं।
जगन मोहन रेड्डी के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का निधन सितंबर 2009 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद हुआ था। पिता की मृत्यु के बाद जगन ने परिवारों को सांत्वना देने के लिए यात्रा शुरू की थी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद किया था। सीएम जगन की मां वाई.एस. विजयम्मा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के गठन के लिए उन्होंने कडपा लोकसभा और पुलिवेंदुला विधानसभा सीटों से इस्तीफा दे दिया था।