बिहार में 15 मई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद, नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान; कई राज्यों में बढ़ी पाबंदियां
बिहार में बढ़ते कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि 15 मई तक राज्य के सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही पूरे राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने का भी फैसला लिया गया है। नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोग भी बाहर हैं उनसे हम लोगों का अनुरोध है कि जितना जल्दी से जल्दी हो सके लौट आएं। हम लोगों का यह आग्रह है। हम लोगों की तरफ से जो भी सहयोग संभव है, हम करेंगे लेकिन आ जाएं क्योंकि जितना देर करेंगे कठिनाईयां बढेंगी।
बिहार में रविवार शाम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई। जिसमें फैसला लिया गया कि 15 मई तक कॉलेज, कोचिंग संस्थान एवं अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। इस अवधि में राज्य सरकार के विश्वविद्यालयों द्वारा किसी भी तरह की परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। सभी सिनेमा हॉल , मॉल, क्लब, जिम, पार्क एवं उद्यान को 15 मई तक के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।
वहीं महाराष्ट्र के मुंबई में मरीन ड्राइव के पास रविवार को वाहनों की चेकिंग की गई। कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को काबू करने के लिए यह काम किया गया। शहर में एक दिन पहले 8,834 नए मामले आए थे, जबकि 52 लोगों की मौतें हो गई थीं। वहीं, ठाणे में कोरोना वायरस संक्रमण के 5,275 नए मामले सामने आने के बाद जिले में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 4,11,368 हो गई है।
उत्तराखंड में भी 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। यह जानकारी वहां के शिक्षा मंत्री ने दीं है। उन्होंने बताया- कोरोना के मद्देनजर 10वीं की स्टेट बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं, जबकि 12वीं के एग्जाम स्थगित कर दिए गए हैं।
यूपी के कानपुर में रविवार को संडे लॉकडाउन के बीच कई प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचने के लिए घंटों बसों की राह देखते रह गए। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन के दौरान कई प्रवासी मजदूर फंस गए। उन्होंने बताया, "दो बसें सुबह आजमगढ़ गईं, पर वे ठसाठस भरी थीं। अफसरों का कहना है कि सभी बसें चुनाव ड्यूटी में लगी हैं। यहां पर कम से कम 500 लोग इंतजार कर रहे हैं।"