Indian Railways के इस जोन की हुई चांदी! केवल कबाड़ बेचकर कमा ली 200 करोड़ से अधिक की रकम
भारतीय रेल (Indian Railways) के एक जोन की हाल में चांदी हुई हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि केवल कबाड़ बेचकर रेलवे के इस जोन ने 200 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई कर ली। दरअसल, उत्तर पश्चिम रेलवे ने मौजूदा वित्त वर्ष में कबाड़ बेचकर अब तक 205 करोड़ रुपए से अधिक की आय हासिल की है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, उत्तर पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष 2021-22 में बिना किसी काम के और बेकार पड़े कबाड़ (स्क्रैप) को बेचकर 205.34 करोड़ रूपए की इनकम जुटाई है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के मुताबिक, रेलवे द्वारा अनुपयोगी और व्यर्थ पड़े कबाड़ (स्क्रैप) के निस्तारण करने के लिए कई काम किए जा रहे हैं।
भंडार विभाग की ओर से फील्ड इकाइयों से पुराने कबाड़ को हटाने और बेचने के लिए अभियान के तहत काम किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे को इस साल कबाड़ निस्तारण से 230 करोड़ रुपए की इनकम जुटाने का लक्ष्य है। बता दें कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने गत वर्ष जनवरी माह तक स्क्रैप निस्तारण से 202 करोड रुपए की रिकॉर्ड आय हासिल की थी।
रेल मंत्री ने दो ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
इस बीच, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार (12 फरवरी, 2022) को दो साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेनों की ऑनलाइन माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की। इन दो ट्रेनों में रानी कमलापति स्टेशन (भोपाल) से रीवा, और रीवा से रानी कमलापति साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन है, जबकि जबलपुर से नैनपुर के लिए दैनिक यात्री ट्रेन सेवा को फिर बहाल किया गया है।
पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल की विज्ञप्ति में कहा गया है कि साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन संख्या 02195 और 02196 आगामी 19 फरवरी से नियमित तौर पर चलेंगी। अधिकारी ने बताया कि जबलपुर-नैनपुर पैसेंजर ट्रेन का संचालन पहले कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण रोक दिया गया था।
नई दिल्ली से डिजिटल माध्यम से रेल मंत्री बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है। रेलवे का तेजी से विकास हो रहा है और यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि नई शुरु हुई ट्रेनों से राज्य के लोगों को सुविधा होगी।