गुरुद्वारे में योग करने पर मचा बवाल तो लोगों ने वायरल किया स्वर्ण मंदिर में नमाज का वीडियो, क्या है पूरा मामला?
बीते 21 जून को योग दिवस के मौके पर पंजाब के एक गुरुद्वारे में एक महिला इंफ्लूएंसर ने योग करते हुए की फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर की थी जिसके बाद से उन तस्वीरों को लेकर विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने उस लड़की के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। जब ये मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने SGPC को आड़े हाथ ले लिया। दरअसल, कल से ही अब गुरुद्वारे में नमाज अदा करते हुए के वीडियो वायरल हो रहे हैं।
SGPC ने कहा- हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं
योग दिवस के मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में फैशल डिजाइनर और लाइफस्टाइल इंफ्लुएंसर अर्चना मकवाना ने योग करते हुए की कुछ फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी जिसके बाद एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि स्वर्ण मंदिर में सिख आचरण के खिलाफ हरकत करने की इजाजत नहीं दी जा सकती, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर इस पवित्र स्थान की पवित्रता और ऐतिहासिक महत्व को नजरअंदाज करके आपत्तिजनक हरकतें कर रहे हैं। SGPC के मुताबिक, अर्चना मकवाना ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
'गुरुद्वारे में नमाज अदा हुई तो योग से दिक्कत क्यों?'
अर्चना के खिलाफ शिकायत दर्ज होने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोगों ने गुरुद्वारे में नमाज अदा करते हुए के वीडियो वायरल करना शुरू कर दिए। वायरल हो रहे वीडियो में एक अमृतसर के ही स्वर्ण मंदिर का है जिसमें मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा करते नजर आ रहे हैं। वहीं एक वीडियो पंजाब के मलेरकोटला जिले के एक गुरुद्वारे का है। यहां भी गुरुद्वारे में नमाज अदा की जा रही है। यह वीडियो टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपने ट्विटर हैंडल से 27 मार्च 2024 को पोस्ट किया था। लोग इन वीडियोज को पोस्ट करते हुए ये कह रहे हैं कि जब गुरुद्वारे में नमाज अदा की जा सकती है तो योग करने वाली लड़की के खिलाफ शिकायत क्यों दर्ज की गई?
योग करने वाली लड़की ने मांगी माफी
स्वर्ण मंदिर में योग करते हुए की फोटो क्लिक कराने वाली अर्चना मकवाना ने अपनी तस्वीरों को लेकर विवाद होता देख माफी भी मांग ली है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि मैंने किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से कुछ पोस्ट नहीं किया था। मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि गुरुद्वारा साहिब परिसर में योग का अभ्यास करना कुछ लोगों के लिए अपमानजनक हो सकता है। मेरा किसी को आहत करने का कोई इरादा नहीं था।