इन 3 राशियों पर हमेशा मेहरबान रहते हैं शनिदेव, साढ़े साती-ढैय्या और महादशा का दुष्प्रभाव होता है कम
Favourite Rashi Of Shani Dev: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कर्मफल दाता और न्यायकर्ता शनि जातकों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। इतना ही नहीं शनि इकलौते ऐसे ग्रह है जिनके पास शनि साढ़े साती और ढैय्या का हक मिला है। ऐसे में हर एक व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी शनि के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। शनि जितनी जल्दी शांत होते हैं उतनी ही जल्दी क्रोधित हो जाते हैं। जिन जातकों की कुंडली में शनि की साढ़े साती, ढैय्या, महादशा चल रही है उन्हें जीवन में आर्थिक, मानसिक, शारीरिक, परिवारिक सहित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, कुछ ऐसी राशियां है जिनके ऊपर शनिदेव की विशेष कृपा होती है। शनिदेव कुछ परिस्थितियों में इन्हें दंड देना छोड़ देते हैं। आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में जिन्हें शनिदेव की प्रिय कहा जाता है।
शनि ग्रह वैसे तो सभी राशियों पर अपनी दशा, साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा का प्रभाव डालते हैं। लेकिन ये 3 राशियां ऐसी है जिनके ऊपर कुपित शनि का प्रभाव काफी कम होता है।
कुंभ राशि
इस राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव है। ऐसे में इस राशि के जातकों के ऊपर शनिदेव की हमेशा अपनी कृपा बरसाते रहते हैं। इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि यानी इसी राशि में विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों को चुनौतियों को पार करने में पूरी मदद करते गहै। इसके साथ ही हर एक संकट से निपटने के लिए आत्मविश्वास और साहस बढ़ाते हैं। इन्हें कभी भी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके साथ ही शनि के अशुभ प्रभावों का दुष्प्रभावों काफी कम होता है। इसके साथ ही इस राशि के जातकों को कभी धन की कमी नहीं होता है।
तुला राशि
तुला राशि को शनि की उच्च राशि मानी जाती है। ऐसे में इस राशि के जातकों के ऊपर भी शनिदेव हमेशा मेहरबान रहते हैं। इस राशि के जातकों को शनिदेव अधिक कष्ट नहीं देते हैं। तुला के स्वामी शुक्र है। ऐसे में इस राशि के जातकों को धन-ऐश्वर्य, आकर्षण का कारक माना जाता है। जीवन में कई अवसर अवसर मिलते हैं। जिन्हें आप अपने निर्णय शक्ति के हिसाब से पकड़ लेते हैं। भाग्य का भरपूर साथ रहता है। जीवन में छल कपट न करके जो जातक मेहनत और लगन से आगे बढ़ते हैं, तो शनिदेव उनके हर संघर्ष में साथ खड़े रहते हैं।
वृषभ राशि
इस राशि में शनि कर्म और भाग्य भाव के स्वामी है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में खुशियां ही खुशियां बनी रहती है। वृषभ राशि के स्वामी शुक्र है और इनका शनिदेव के साथ मित्रता का भाव है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में आ रही समस्याओं को पार करने की ताकत शनिदेव देते हैं। इसके साथ ही साढ़े साती, ढैय्या या फिर महादशा के दुष्प्रभावों का असर काफी कम होा है। जीवन में आगे बढ़ने के की मौके मिलते हैं। पद-प्रतिष्ठा के साथ जीवन में खुशियां ही खुशियां आती है। आर्थिक स्थिति भी अच्छी बनी रहती है। सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य हमेशा प्राप्ति होती है।
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