scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

Raksha Bandhan 2024 Date: कब है रक्षाबंधन? जानें तिथि, राखी बांधने का मुहूर्त और मनाने का कारण

Raksha Bandhan 2024 Date: इस साल रक्षाबंधन पर काफी शुभ योग बन रहे हैं।ऐसे में राखी बांधने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होगी।
Written by: Shivani Singh
नई दिल्ली | Updated: June 29, 2024 13:11 IST
raksha bandhan 2024 date  कब है रक्षाबंधन  जानें तिथि  राखी बांधने का मुहूर्त और मनाने का कारण
Raksha Bandha 2024 Date: कब है रक्षाबंधन
Advertisement

Raksha Bandhan 2024 Date: भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को राखी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। वहीं भाई बहन की सुरक्षा का वचन देने के साथ कोई उपहार देते हैं। आइए जानते हैं रक्षाबंधन की सही तिथि, मुहूर्त और महत्व…

Advertisement

कब है रक्षाबंधन 2024? (Raksha Bandhan 2024 Date)

हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को सुबह 3 बजकर 4 मिनट से आरंभ हो रही है, जो रात 11 बजकर 55 मिनट पर समाप्त हो रही है। ऐसे में रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को ही मनाया जाएगा।

रक्षाबंधन 2024 राखी बांधने का मुहूर्त (Raksha Bandhan 2024 Rakhi Badhane ka Muhurat)

रक्षाबंधन के लिये अपराह्न का मुहूर्त - दोपहर 1 बजकर 46 मिनट से 4 बजकर 19 मिनट तक
अवधि - 02 घण्टे 37 मिनट
रक्षाबंधन के लिये प्रदोष काल का मुहूर्त - शाम 06 बजकर 56 मिनट से रात 09 बजकर 07 मिनट तक
अवधि - 02 घण्टे 11 मिनट

रक्षाबंधन 2024 भद्रा काल (Raksha Bandhan 2024 Bhadra kaal Time)

रक्षाबंधन भद्रा अंत समय - दोपहर 01 बजकर 30 मिनट
रक्षाबंधन भद्रा पूंछ - सुबह 09:51 - सुबह 10:53
रक्षाबंधन भद्रा मुख - सुबह 10:53 - दोपहर 12:37

Advertisement

रक्षाबंधन पर बन रहा है शुभ योग (Raksha Bandhan 2024 Shubh Yog )

इस साल रक्षाबंधन पर सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। ये योग सुबह 6 बजकर 8 मिनट से आरंभ हो रहा है,. जो 8 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही ग्रहों के राजा सूर्य अपनी स्वराशि सिंह राशि में विराजमान रहेंगे। इसके साथ ही बुध और शुक्र भी इस राशि में होंगे, जिससे बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण हो रहा है।

क्यों मनाते हैं रक्षाबंधन 2024? (Raksha Bandhan 2024 Mahatav)

रक्षाबंधन मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है। आइए जानते हैं इनके बारे में। हिंदू ग्रंथों के अनुसार कहा जाता है कि जब असुरों और देवताओं के बीच चल रहे युद्ध में इंद्रदेव हार गए थे। तब उनकी पत्नी इंद्राणी ने उनकी सुरक्षा से दृढ़ होकर और युद्ध जीतने के लिए इंद्र की कलाई पर एक पवित्र पीला धागा बांधा था। इससे वह विजयी हुए थे।

जब राजा बाली ने भगवान विष्णु से वचन लेकर उन्हें अपने साथ पातालोक में रख लिया था। ऐसे में मां लक्ष्मी ने राक्षस राजा बाली की कलाई पर राखी बांधी और उनसे उपहार के रूप में भगवान विष्णु की वापसी का अनुरोध किया था।

महाभारत काल में रानी द्रौपदी ने एक बार कृष्ण की चोट को ठीक करने के लिए उनकी कलाई पर अपनी पोशाक से फाड़े हुए पीले कपड़े का एक टुकड़ा बांध दिया था। कृष्ण इस कृत्य से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने घोषणा की कि उसने उन्हें अपना भाई बना दिया है और अब उनकी रक्षा करने की जिम्मेदारी उनकी ,है जो उन्होंने उनके पांच शक्तिशाली पतियों के बावजूद बार-बार किया।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो