qa-Sirsa Lok Sabha Election: सिरसा लोकसभा सीट पर 2019 में खुला था बीजेपी का खाता, अशोक तंवर ने 5 साल में बदल डालीं 3 पार्टी
Sirsa Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा 2024 का बिगुल बजने वाले है। सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई हैं। हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से एक सिरसा लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट है। यह सीट वीआईपी श्रेणी में आती है क्योंकि यहां से हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर सांसद रह चुके हैं। उन्होंने इस सीट पर आखिरी चुनाव 2009 में जीता था।
सिरसा से फिलहाल बीजेपी की सुनीता दुग्गल मौजूदा सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अशोक तंवर को 3,09,918 वोटों के अंतर से हराया था। अशोक तंवर 2014 में भी इस सीट से चुनाव हार गए थे। 2014 में मोदी लहर के बावजूद इस सीट से INDL के चरणजीत सिंह रोड़ी चुनाव जीते थे।
अशोक तंवर ने 2024 के चुनाव से पहले मारी पलटी
अब बात करें 2024 की तो अशोक तंवर ने 2019 के बाद से तीन पार्टियां बदलकर राजनीतिक समीकरण थोड़े बिगाड़ दिए हैं। अशोक तंवर 2019 में अपने समर्थकों का टिकट कटने से नाराजगी के बाद कांग्रेस पार्टी से अलग हो गए थे। बाद में उन्होंने अपना दल बनाया और फिर टीएमसी में शामिल हो गए, लेकिन साल भर बाद ही उन्होंने टीएमसी भी छोड़ दी और फिर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया, लेकिन जनवरी 2024 में उन्होंने आप को छोड़ बीजेपी जॉइन करने का फैसला कर लिया। अब 2024 को लेकर यह संभावना जताई जा रही है कि अशोक तंवर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी में घमासान देखने को मिल सकता है।
सिरसा लोकसभा में आती हैं 9 विधानसभा सीटें
सिरसा लोकसभा सीट की बात करें तो इस जिले में कुल 9 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें से बीजेपी और जेजेपी के पास 2-2 सीटें हैं। वहीं कांग्रेस के पास भी 2 सीटें हैं। एक सीट एचएलपी और एक INLD के पास है। सिरसा लोकसभा में आने वाली सीटें इस प्रकार हैं- ऐलनाबाद, डबवाली, टोहाना, फतेहाबाद, सिरसा, रतिया (एससी), नरवाना (एससी), रानिया, कालांवाली (एससी)।
सरस्वती नदी के किनारे बसा है सिरसा
सिरसा, हरियाणा का एक शहर और इसी नाम के जिले का मुख्यालय है। इस शहर के पास भारतीय वायुसेना का हवाई अड्डा स्थित है। सरस्वती नदी के तट पर बसा होने के कारण पहले सिरसा का नाम 'सरस्वती' नगर हुआ करता था बाद में इसका नाम सिरसा पड़ा। देश की राजधानी दिल्ली से इसकी दूरी 265 किलोमीटर के करीब है।
कांग्रेस का गढ़ रही है सिरसा सीट
सिरसा जिले ने पहला लोकसभा चुनाव 1962 में देखा था। कांग्रेस पार्टी के चौधरी दलबीर सिंह यहां से पहले सांसद थे। 1967 और 1971 में भी यह सीट कांग्रेस ने ही जीती थी और चौधरी दलबीर सिंह सांसद बने थे। 1977 में जनता पार्टी ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज की थी। चौधरी चंद राम यहां से सांसद बने थे, लेकिन 1980 और फिर 1984 में चौधरी दलबीर सिंह फिर से दो बार सांसद चुने गए।
1988 में यह सीट लोक दल ने और फिर 1989 में जनता दल ने यह सीट जीती थी। दोनों बार हेत राम ही यहां से सांसद बने थे। 1991 और 1996 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की और सेल्जा कुमार यहां से सांसद बनी थी। 1998 और 1999 में इंडियन नेशनल लोक दल के सुशील कुमार इंदौरा सांसद बने थे फिर 2004 और 2009 में यह सीट कांग्रेस के पास रही। यहां से लागातार आत्मा सिंह और आशोक तंवर सांसद बने।
2019 लोकसभा चुनाव परिणाम-
पार्टी- बीजेपी, सुनीता दुग्गल-जीते, वोट- 714351
पार्टी- कांग्रेस, अशोक तंवर- हारे, वोट- 404433
हार का अंतर- 309918
वोटिंग प्रतिशच- 76
कितने हैं मतदाता
पुरुष मतदाता- 959030
महिला मतदाता- 844312
कुल मतदाता- 1803349
2014 में INLD के चरणजीत सिंह ने और 2019 में बीजेपी की सुनीता दुग्गल ने यह सीट जीती थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 75.97% मतदान हुआ है। इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 21 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। देखना है कि 2024 में यह सीट किसके पाले में जाती है।