scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

Nirjala Ekadashi 2024: निर्जला एकादशी कब? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, मंत्र, पूजा विधि और महत्व

Nirjala Ekadashi 2024: निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है।
Written by: Shivani Singh
नई दिल्ली | Updated: June 07, 2024 10:36 IST
nirjala ekadashi 2024  निर्जला एकादशी कब  जानें तिथि  शुभ मुहूर्त  मंत्र  पूजा विधि और महत्व
निर्जला एकादशी तिथि, मुहूर्त सहित अन्य जानकारी
Advertisement

Nirjala Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती है। जिस साल अधिक मास पड़ता है, तो उस साल 26 एकादशी पड़ती है। ऐसे ही ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस साल निर्जला एकादशी पर काफी शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस एकादशी को सबसे कठोर एकादशी में से एक माना जाता है, क्योंकि इसल व्रत के दौरान पानी तक पीने की मनाही होती है। निर्जला एकादशी का व्रत रखने से दीर्घायु और मोक्ष प्राप्ति का वरदान मिलता है। आइए जानते हैं निर्जला एकादशी की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व सहित अन्य जानकारी…

Advertisement

कब है निर्जला एकादशी 2024? (Nirjala Ekadashi 2024 Date)

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 17 जून को सुबह 04 बजकर 42 मिनट से आरंभ हो रही है,जो 18 जून को सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को रखा जाएगा।

Advertisement

निर्जला एकादशी 2024 पारण का समय(Nirjala Ekadashi 2024 Date)

निर्जला एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के दिन किया जाता है। इस साल निर्जला एकादशी के पारण का समय 19 जून को सुबह 6 बजकर 15 मिनट से 8 बजकर 10 मिनट तक है।

निर्जला एकादशी पूजा विधि (Nirjala Ekadashi 2024 Puja Vidhi)

इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु का मनन करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद विष्णु जी की पूजा करें। इस दौरान उन्हें फूल, माला, पीला चंदन, अक्षत, भोग लगाने के साथ-साथ विष्णु मंत्र, विष्णु चालीसा, एकादशी व्रत कथा का पाठ कर लें। अंत में विधिवत आरती कर लें।

Advertisement

विष्णु मंत्र (Vishnu Mantra)

निर्जला एकादशी केदिन भगवान विष्णु के मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें।

निर्जला एकादशी 2024 महत्व (Nirjala Ekadashi 2024 Significance)

निर्जला एकादशी को मोक्षदायिनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन बिना जल ग्रहण किए दिनभर व्रत रखा जाता है और अगले दिन यानी द्वितीया तिथि को व्रत खोला जाता है। इसे सबसे कठोर एकादशियों में से एक माना जाता है। इस एकादशी को भीमसेनी, पांडव एकादशी के नाम से भी जानते हैं। इसके साथ ही पूरी रात जाकर भगवान विष्णु से संबंधित भजन, कीर्तन करते है। इसके साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को कपड़े, खाना, पानी , वस्त्र आदि का दान करते हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो