Mumbai Hoarding Collapse: अवैध होर्डिंग के मालिक पर पहले से रेप का केस, अब 14 लोगों की मौत के बाद हुई FIR
मुंबई में सोमवार को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश घाटकोपर इलाके में 14 लोगों की मौत का कारण बन गई। लेकिन वजह यहां सिर्फ बारिश नहीं है बल्कि एक अवैध होर्डिंग है। इस अवैध होर्डिंग के मालिक पर कार्रवाई शुरू हो गई है और जानकारी ये सामने आ रही है कि उसके खिलाफ इस साल की शुरुआत में मुंबई पुलिस ने बलात्कार का मामला भी दर्ज किया था।
इस मामले की जांच कर रही है पंत नगर पुलिस ने सोमवार रात को एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के 51 वर्षीय निदेशक भावेश प्रभुदास भिंडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। बताया जा रहा है कि भावेश के ही होर्डिंग का ठेका था और इसे 10 साल की लीज पर लगाया गया था।
पहले दर्ज हो चुका है बलात्कार का मामला
इस साल की शुरुआत में अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक भावेशभावेश प्रभुदास भिंडे के खिलाफ इस साल 24 जनवरी को मुलुंड पुलिस स्टेशन में बलात्कार और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद वह जमानत पर बाहर चल रहे थे।
भिंडे ने 2009 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। तब उनके हलफनामे से यह जानकारी सामने आई थी कि उनपर 21 मामले चल रहे थे जिनमें से अधिकतर अवैध होर्डिंग लगाने के मामले थे। मुंबई में जिस होर्डिंग के गिरने से 14 लोगों की मौत हुई है उसे भी भिंडे ने ही लगवाया था।
पंत नगर पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ दर्ज धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 338 (गंभीर चोट पहुंचाना), 337 (लापरवाही से चोट पहुंचाना) और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सोमवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के प्रमुख भूषण गगरानी ने कहा कि घाटकोपर होर्डिंग अवैध था क्योंकि नागरिक निकाय ने इसे लगाने की अनुमति नहीं दी थी। जिस स्थान पर घटना घटी वहां रेलवे की जमीन पर चार होर्डिंग लगे थे और उनमें से एक गिर गया है। बीएमसी एक साल से होर्डिंग्स लगाने पर आपत्ति जता रही थी।