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हाथरस हादसा: जिस बाबा के कार्यक्रम में गई 110 से अधिक लोगों की जान, अखिलेश यादव भी उसकी कर चुके हैं जय-जयकार

भोले बाबा का सत्संग सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थें। बाबा इतने प्रसिद्ध हैं कि बड़े नेता भी इनकी जय-जयकार करते हैं।
Written by: न्यूज डेस्क | Edited By: Nitesh Dubey
नई दिल्ली | Updated: July 02, 2024 23:26 IST
हाथरस हादसा  जिस बाबा के कार्यक्रम में गई 110 से अधिक लोगों की जान  अखिलेश यादव भी उसकी कर चुके हैं जय जयकार
भोले बाबा के कार्यक्रम में पहुंचे अखिलेश यादव (फोटो सोर्स: @AkhileshYadav)
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उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मच गई है। भगदड़ में करीब 116 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जाता है कि भोले बाबा के सत्संग का समापन कार्यक्रम चल रहा था और इस दौरान यह भगदड़ मची। घटना में 200 से अधिक लोग घायल हैं। भोले बाबा का सत्संग सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थें। बाबा इतने प्रसिद्ध हैं कि बड़े नेता भी इनकी जय-जयकार करते हैं।

अखिलेश यादव भी कर चुके हैं बाबा की जय-जयकार

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव भी भोले बाबा के सत्संग में पहुंच चुके हैं और उनकी जय-जयकार कर चुके हैं। अखिलेश यादव की X प्रोफाइल के अनुसार 3 जनवरी 2023 को वह भोले बाबा के सत्संग में पहुंचे थे। इस दौरान वहां अखिलेश काफी देर रहे थे। इसके अलावा वहां अखिलेश यादव ने संबोधन भी किया था।

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अखिलेश यादव ने कार्यक्रम की फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा था, "नारायण साकार हरि की सम्पूर्ण ब्रह्मांड में सदा - सदा के लिए जय जयकार हो।"

काफी लोकप्रिय हैं भोले बाबा

भोले बाबा के नाम से विख्यात बाबा पश्चिमी यूपी में काफी लोकप्रिय हैं। इनका सत्संग सुनने के लिए आसपास के राज्यों से भी लोग आते हैं और लाखों की संख्या में उनके अनुयायी हैं। भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध संत का असली नाम सूरजपाल है और उन्हें लोग हरि भोले बाबा के नाम से जानते हैं। भोले बाबा कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं और वहीं पर उन्होंने अपना एक आश्रम बनाया हुआ है।

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संत बनने से पहले भोले बाबा यूपी पुलिस की नौकरी करते थे। 2006 में इन्होंने यूपी पुलिस की नौकरी से वीआरएस ले लिया था और उसके बाद अपने गांव में ही रहने लगे थे। इसके बाद वह गांव-गांव जाकर भगवान की भक्ति का प्रचार प्रचार शुरू कर देते हैं और उन्हें चंदा भी मिलने लगा। धीरे-धीरे उनके सत्संग का आयोजन किया जाने लगा और वह पश्चिमी यूपी में लोकप्रिय हो गए। भोले बाबा अपनी पत्नी के साथ आसन पर बैठकर सत्संग कहते हैं। वह अक्सर सफेद रंग का सूट पैंट पहने होते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जहां भी भोले बाबा का सत्संग होता है वहां उनके अनुयायी ही पूरी व्यवस्था संभालते हैं।

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