Senior Citizen FD: वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर क्यों मिलता है अधिक ब्याज? चेक करें बैंकों के लेटेस्ट रेट
Features of Senior Citizen FD: वरिष्ठ नागरिकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य एफडी की तुलना में बैंक ज्यादा ब्याज देते हैं. अलग अलग बैंकों में यह लाभ 50 बेसिस प्वॉइंट तक हो सकता है. फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज के अलावा वरिष्ठ नागरिकों को कई अन्य लाभ मिलते हैं, जैसे बैंकिंग सर्विसेज पर कम चार्ज, कस्टमर सर्विसेज में वरियता. जानते हैं कि बैंक आखिरकार वरिष्ठ नागरिकों को आम आदमी की तुलना में क्यों ज्यादा ब्याज देते हैं. सीनियर सिटीजंस एफडी में निवेश करने के क्या फायदे हैं.
वरिष्ठ नागरिकों ज्यादा ब्याज मिलने की वजह
वरिष्ठ नागरिकों की बात करें तो ये आमतौर पर 60 साल या उससे अधिक उम्र के निवेशक होते हैं, जो बाजार का जोखिम लेने की स्थिति में नहीं होते हैं. इसलिए इन्हें कन्जर्वेटिव या लो रिस्क श्रेणी का निवेशक माना जाता है. इसी वजह से सुरक्षित माने जाने वाला फिक्स्ड डिपॉजिट वरिष्ठ नागरिकों की पसंद वाला विकल्प है, क्योंकि इनमें तय ब्याज के हिसाब से रिटर्न मिलता है. इसी वजह से बैंक उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एफडी पर ज्यादा ब्याज की पेशकश करते हैं. एक तरह से वरिष्ठ नागरिक बैंकों के लिए प्राथमिकता वाले ग्राहक हैं.
5 साल की सीनियर सिटीजंस एफडी पर ब्याज
एसबीआई: 7.00%
HDFC बैंक: 7.50%
ICICI बैंक: 7.50%
बैंक ऑफ बड़ौदा: 7.00%
इंडसइंड बैंक: 7.75%
Axis बैंक: 7.50%
केनरा बैंक: 7.20%
पंजाब नेशनल बैंक: 7.00%
कोटक महिंद्रा बैंक: 6.70%
YES बैंक: 7.75%
फेडरल बैंक: 7.10%
IDFC फर्स्ट बैंक: 7.50%
(source: bank websites)
टैक्स के क्या हैं नियम
5 साल की टैक्स सेविंग FD में निवेश करने पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत 1.50 रुपये तक की जमा पर टैक्स बेनिफिट ले सकते हैं. वहीं इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80TTB के अनुसार, वरिष्ठ नागरिक को एफडी पर एक वित्त वर्ष में हासिल होने वाले 50 हजार रुपये तक के ब्याज पर टैक्स नहीं देना होता है. अगर किसी वित्त वर्ष में ब्याज की राशि 50 हजार रुपये से अधिक हो तो बैंक इस टीडीएस कटता है. आईटी की धारा 194ए के तहत टीडीएस वर्तमान में 10 फीसदी है. वरिष्ठ नागरिक एफडी पर अर्जित ब्याज के तहत टैक्स छूट का दावा करने के लिए फॉर्म 15H का उपयोग कर सकते हैं.
क्या-क्या हैं फायदे
भारत में आरबीआई द्वारा बैंकों को रेगुलेट किया जा रहा है. यानी यह सरकार द्वारा समर्थित निवेश स्कीम हैं. इसलिए एफडी में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है. इन पर रिस्क बहुत ही लो होता है. ज्यादा ब्याज के अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट पर गारंटीड रिटर्न मिलता है. फिक्स्ड डिपॉजिट में सालाना बेसिस पर, तिमाही बेसिस पर या मंथली बेसिस पर ब्याज के भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं. एफडी का इस्तेमाल लोन लेने के लिए कोलैटरल के रूप में किया जा सकता है. इसमें नॉमिनेशन की सुविधा होती है. 5 साल की एफडी पर टैक्स बेनेफिट भी मिलता है. आजकल बैंक मैच्योरिटी के समय ऑटोमेटिक रिन्यूअल की सुविधा भी देते हैं.