Top-Up SIP: अपने एसआईपी में हर साल करें 10 फीसदी इजाफा, फिर देखें टॉप-अप का मैजिक
What is Top-Up SIP : म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में टॉप अप की भी सुविधा मिलती है. इसका मतलब यह है कि आप एक तय रकम के साथ एसआईपी की शुरूआत करें और हर साल उसमें एक फिक्स्ड रकम के साथ बढ़ोतरी करते जाएं. इसे टॉप-अप एसआईपी (SIP Top Up) या या स्टेप-अप एसआईपी (Step-Up SIP) कहा जाता है. फाइनेंशियल एडवाइजर भी निवेश के इस तरीके पर जोर देते हैं. उनका कहना है कि जैसे जैसे हर साल आपकी इनकम में कुछ इजाफा हो, उसमें से एक हिस्सा एसआईपी को टॉप करने में लगाया जा सकता है. निवेश के इस विकल्प में आप नॉर्मल एसआईपी (SIP) के जरिए कई गुना फायदा पा सकते हैं.
मंथली बेसिस पर निवेश की सुविधा
म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान निवेश की आसान व्यवस्था है, जहां आपको किसी स्कीम में अपना पूरा पैसा एक साथ ब्लॉक नहीं करना होता है. इसकी बजाए आप उसमें हर महीने छोटी छोटी रकम जमा कर सकते हैं. हालांकि हर महीने निवेश की जाने वाली रकम पर कोई लिमिट नहीं है. आप कितने भी अमाउंट से एसआईपी शुरू कर सकते हैं. वहीं हर साल बाद इस अमाउंट में इसके एक तय फीसदी रकम के साथ बढ़ोतरी करना टॉप-अप एसआईपी है.
इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं. मान लिया कि आपने 20,000 रुपये से मंथली एसआईपी शुरू किया. 12 महीने तक हर महीने 20,000 रुपये जमा करने के बाद 13वें महीने में आपने रकम में 10 फीसदी इजाफा कर दिया. यानी अगले साल हर महीने आपने 22000 रुपये निवेश करना शुरू किया. इसी तरह से 2 साल बाद फिर आपने 22000 रुपये का 10 फीसदी निवेश बढ़ा दिया.
टॉप-अप एसआईपी का कितना फायदा
मान लिया कि आपके निवेश का लक्ष्य 10 साल का है. आपने 20 हजार रुपये से एसआईपी शुरू की और उसमें हर साल 10 फीसदी इजाफा करने का निर्णय लिया. म्यूचुअल फंड एसआईपी पर आपने 10 साल के लिए अनुमानित रिटर्न 10 फीसदी सालाना माना.
टॉप-अप केस में
पहले साल के लिए SIP: 20,000 रुपये महीना
टेन्योर: 10 साल
अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी
हर 1 साल पर टॉप-अप: 10%
कुल निवेश: 38,24,982 रुपये
10 साल बाद निवेश की वैल्यू: 67,48,653 रुपये
फायदा: 29,23,671 रुपये
अगर टॉप-अप का न लें विकल्प
मंथली SIP: 20,000 रुपये
टेन्योर: 10 साल
अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी
कुल निवेश: 24,00,000 रुपये
10 साल बाद निवेश की वैल्यू: 46,46,782 रुपये
फायदा: 22,46,782 रुपये
कंपाउंडिंग : जितना लंबा निवेश, उतना फायदा
एसआईपी लॉन्ग टर्म के लिए निवेश को बढ़ावा देता है. इसमें जितना लंबा निवेश रखेंगे, उतना ही कंपाउंडिंग का लाभ मिलेगा. इसे 20 साल के लिए निवेश के उदाहरण से समझ सकते हैं.
टॉप-अप केस में
पहले साल के लिए SIP: 20,000 रुपये महीना
टेन्योर: 20 साल
अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी
हर 1 साल पर टॉप-अप: 10%
कुल निवेश: 1,37,46,000 रुपये
20 साल बाद निवेश की वैल्यू: 3,97,77,431 रुपये
फायदा: 2,60,31,431 रुपये
अगर टॉप-अप का न लें विकल्प
मंथली SIP: 20,000 रुपये
टेन्योर: 20 साल
अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी
कुल निवेश: 48,00,000 रुपये
20 साल बाद निवेश की वैल्यू: 1,99,82,958 रुपये
फायदा: 1,51,82,958 रुपये
क्या आपको दिखा मैजिक?
टॉप-अप एसआईपी के विकल्प में आपको 20 के निवेश पर कुल 1.37 करोड़ निवेश करना पड़ा, जिसके बदले आपको मैच्योरिटी पर करीब 4 करोड़ रुपये का फंड मिला. यानी आपका नेट प्रॉफिट 2.60 करोड़ रुपये रहा. जबकि नॉर्मल एसआईपी पर आपको 48 लाख निवेश के बदले 2 करोड़ का फंड मिला, यानी नेट प्रॉफिट 1.52 करोड़ रहा. यहां नेट प्रॉफिट में करीब 1 करोड़ का अंतर दिख रहा है.
(सोर्स: एसआईपी कैलकुलेटर, टॉप अप एसआईपी कैलकुलेटर)
(नोट: हम यहां म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं दे रहे हैं. यहां एसआईपी कैलकुलेटर के आधार पर एक जानकारी दी गई है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट से सलाह लें.)