चिराग पासवान करने वाले हैं चाचा पशुपति पारस से सुलह? बताया 2024 चुनाव का पूरा प्लान
बिहार में विपक्षी एकता की बैठक के ठीक बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जिस तरीके से अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं संग एक-एक कर बैठक की, उससे कयास लग रहे हैं कि JDU एक बार फिर एनडीए में वापसी कर सकती है। हालांकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान इसे नीतीश का पॉलीटिकल स्टंट मानते हैं। चिराग कहते हैं कि नीतीश कुमार खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इतनी बार यूटर्न ले चुके हैं कि एक बार और यू टर्न ले लें तो कोई आश्चर्य की बात नहीं।
PM मोदी से जलते हैं नीतीश...
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में चिराग पासवान कहते हैं कि नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा पीएम नरेंद्र मोदी की जलन से प्रेरित है। सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री से जलन के कारण राष्ट्रीय राजनीति में आने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। उन्हें लगता है कि यदि गुजरात का 3 बार का मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बन सकता है तो मैं क्यों नहीं? लेकिन यह बस ख्वाब है। वह पहले भी 2013 में नरेंद्र मोदी से जलन के चलते एनडीए से बाहर गए थे। फिर लालू यादव ने उन्हें आईना दिखाया तो वापस एनडीए में लौट आए थे। अब एक बार फिर जलन के चलते यू टर्न ले लिया।
BJP को तय करना होगी नीतीश या दूसरे सहयोगी
यह पूछने पर कि क्या नीतीश कुमार एक और यू-टर्न ले सकते हैं? चिराग पासवान कहते हैं कि जिस तरह का उनका राजनीतिक बैकग्राउंड है, उसे देखते हुए लगता है कि वो एक नहीं, अभी कई बार यूटर्न लेंगे। लेकिन इस सवाल का सही जवाब यह है कि बीजेपी, उनके लिए अपने दरवाजे हमेशा के लिए बंद कर चुकी है। खुद गृह मंत्री अमित शाह कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं। लेकिन यह देखना होगा कि क्या जिन लोगों ने उन्हें छोड़ दिया है, जिनमें मैं भी शामिल हूं...दोबारा उनके साथ काम कर सकते हैं। बीजेपी (BJP) को तय करना होगा कि क्या वह नीतीश से गठबंधन के लिए तीन-चार संभावित सहयोगियों को छोड़ने को तैयार है।
चाचा से सुलह का सवाल ही नहीं
चिराग पासवान ने कहा कि बीजेपी से गठबंधन के लिए बात चल रही है और जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी। यह पूछने पर कि क्या चाचा पशुपति कुमार पारस से सुलह की कोई संभावना है? तो वह कहते हैं कि चाचा से सुलह का तो कोई सवाल ही नहीं बनता है, ना ही पार्टी के विलय की कोई बात है। ऐसे मामलों में बड़े बुजुर्ग फैसला लेते हैं। मेरे चाचा ने फैसला ले लिया है। उन्होंने तो हाल ही में कहा कि मेरे साथ सुलह करना संभव नहीं है। उनकी पार्टी (पशुपति पारस की लोजपा) के कई सांसद हमारे संपर्क में हैं और 2024 में हमारी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
हाजीपुर से लड़ सकती हैं रीना पासवान
क्या 2024 में रामविलास पासवान के गढ़ हाजीपुर से उनकी पत्नी रीना पासवान चुनाव लड़ेंगी? इस सवाल पर चिराग कहते हैं कि मैं चाहूंगा कि मेरी मां हाजीपुर से लड़ें। साल 2019 में मेरे पिता चाहते थे कि मां हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ें, लेकिन तब उन्होंने मना कर दिया था। इस बार मैं अपनी मां को मनाने की कोशिश करूंगा कि अगले साल लोकसभा चुनाव में उतरें। एक चीज साफ कर देना चाहता हूं कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) हर हाल में हाजीपुर से लड़ेगी, क्योंकि यहां मेरे पिता ने अपना खून-पसीना बहाया था। हाजीपुर को इतनी आसानी से नहीं छोड़ सकते।