ओडिशा में फिर हादसा, बिना इंजन के चल पड़ी मालगाड़ी, छह मजदूरों की कटने से मौत, दो घायल
अभी हाल ही में ओडिशा में भीषण रेल हादसे में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो गये थे। इस सदमे से लोग अभी उबर भी नहीं पाये हैं कि बुधवार को जाजपुर क्योंझर रोड रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी से कटकर छह मजदूरों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के वक्त तेज बारिश हो रही थी। ऐसे में वहां काम करने वाले मजदूर भीगने से बचने के लिए खड़ी मालगाड़ी के नीचे बैठे हुए थे। इस दौरान अचानक बिना इंजन के ही मालगाड़ी चलने लगी। मजदूरों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, “अचानक आंधी चली। मजदूर बगल की रेल लाइन पर काम कर रहे थे, जहां एक मालगाड़ी खड़ी थी। उन्होंने इसके नीचे शरण ली, लेकिन दुर्भाग्य से मालगाड़ी जिसमें इंजन नहीं लगा था वह चलने लगी जिससे दुर्घटना हुई।”
उन्होंने कहा कि इससे छह मजदूरों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। घायलों को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूर्व तटीय रेलवे ने एक बयान में कहा, “ये मजदूर रेलवे के काम के लिए ठेकेदार ने रखे थे। मालगाड़ी में इंजन नहीं था, लेकिन तेज आंधी से यह अपने आप चलने लगी थी।
हादसे के पांच दिन बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस चली
ओडिशा के बालासोर जिले में भीषण हादसे का शिकार होने के पांच दिन बाद शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस की अप ट्रेन बुधवार को अपने तय समय से पांच मिनट की देरी से अपराह्न तीन बजकर 25 मिनट पर शालीमार स्टेशन से रवाना हुई। शालीमार स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर ट्रेन के पहुंचते ही लोगों में उसके द्वितीय श्रेणी के दो डिब्बों में चढ़ने की होड़ लग गई और जल्दी ही दोनों डिब्बे खचाखच भर गए। ट्रेन में कई लोग थे। उनमें से एक रंजीत मंडल दो जून को हुए हादसे के बाद से लापता अपने बेटे की तलाश में इससे भुवनेश्वर जा रहे हैं। ॊ