पुणे में जीका वायरस के मामलों से मचा हड़कंप, मरीजों में प्रेग्नेंट महिलाएं भी शामिल, जानें क्या होते हैं लक्षण
पुणे में जीका वायरस के मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। यह एक बार फिर चिंता में डालने वाली खबर है। पुणे में संक्रमण के छह मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग जांच में जुटा है। 6 मरीजों में से दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। यह वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है और मच्छर की यही प्रजाति डेंगू और चिकनगुनिया जैसे वायरस फैलाने के लिए भी जिम्मेदार होती है।
दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल
पुणे नगर निगम (PMC) के स्वास्थ्य विभाग ने जीका वायरस संक्रमण का छठा मामला और गर्भवती महिला में इस तरह का दूसरा संक्रमण रिपोर्ट किया है। एरंडवाने के गणेशनगर की 35 वर्षीय महिला में जीका वायरस का संक्रमण पाया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक वह गर्भावस्था के चौथे महीने में है और उसमें जीका से संबंधित कोई लक्षण नहीं है। पीएमसी के स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कल्पना बलिवंत ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एरंडवाने के गणेशनगर से परीक्षण के लिए भेजे गए 12 नमूनों में से सात गर्भवती महिलाओं के थे। दो का टेस्ट पॉज़िटिव आए हैं। रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि एरंडवाने की 28 वर्षीय गर्भवती महिला में जीका वायरस पाया गया है।
रोकथाम के उपाय कर रही है सरकार
पुणे नगर निगम के सहायक चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश दिघे ने बताया कि महिला छह महीने की गर्भवती है और उसमें कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं। मुंधवा से पहले दो मामले सामने आने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने कोड्रेवस्ती से और नमूने एकत्र करने के लिए कहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं। फिलहाल डॉक्टर मामले की जांच में जुटे हैं और मरीजों को हर संभव इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, जीका वायरस आमतौर पर एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। ये मच्छर दिन और रात दोनों ही समय आपको अपना शिकार बना सकते हैं और यही मच्छर डेंगू, चिकनगुनिया और पीला ज्वर के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। इससे अलग ये यौन संबंध बनाने और ब्लड ट्रांसफ्यूजन से भी फैल सकता है।
यानी कोविड की तरह ही ये वायरस भी किसी एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल सकता है, साथ ही अगर कोई गर्भवती महिला इसकी चपेट में आ जाती है, तो 99 प्रतिशत चांस हैं कि ये महिला से उसके भ्रूण में भी फैल सकता है। इतना ही नहीं, हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर कोई गर्भवती महिला इससे संक्रमित होती है, तो उसके बच्चे का दिमाग छोटा भी रह सकता है।