उद्धव ठाकरे ने इंडिया अलायंस की बैठक से किया किनारा, शिवसेना की NDA में होगी वापसी?
Lok Sabha Election Results: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सहयोगी दल अब अपने हिसाब से राजनीति तय करने में लगे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे चुके हैं। वहीं, टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नाडयू भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस बीच सबसे बड़ी खबर महाराष्ट्र से आ रही है।
शिवसेना (यूबीटी) चीफ ने नतीजे सामने आने के बाद अपनी रणनीति बदल ली है। वो आज शाम दिल्ली में होने वाली बैठक इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं होंगे।
वहीं, महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर यह है कि एनसीपी चीफ अजित पवार ने भी एनडीए की बैठक से किनारा कर लिया है। हालांकि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जरूर दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए मुंबई से दिल्ली आ रहे हैं।
बता दें, इंडिया गठबंधन में शामिल शिवसेना (यूबीटी) के 9 सांसद हैं। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 7 सांसद जीतकर दिल्ली पहुंचने वाले हैं। अगर दोनों गुट फिर एक हो जाते हैं तो दोनों के 16 सांसद हो जाएंगे। शिवसेना की एनडीए वापसी भाजपा के लिए भी राहत की खबर होगी।
इससे पहले चुनाव की शुरुआत से पहले भी उद्धव ठाकरे की वापसी की अटकलें लगती रही हैं। ऐसा कहा जाता है कि उद्धव ठाकरे और पीएम मोदी के संबंध काफी अच्छे हैं। भाजपा बैक चैनल इस रिश्ते की बदौलत उद्धव की वापसी की कोशिश कर सकती है।
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा उन्हें राज्य सरकार से मुक्त करने के प्रस्ताव पर कहा, "चुनावी हार सामूहिक जिम्मेदारी है। तीनों पार्टियों ने चुनाव में मिलकर काम किया था। वोट शेयर देखें तो मुंबई में महायुति को दो लाख से ज्यादा वोट मिले। हार के कारणों की ईमानदारी से समीक्षा की जाएगी। पिछले दो सालों में सरकार ने राज्य में कई अच्छे फैसले लिए हैं। मैं जल्द ही देवेंद्र जी से बात करूंगा। हमने पहले भी साथ मिलकर काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। हम विपक्ष के झूठे दावों का मुकाबला करने में सामूहिक रूप से विफल रहे हैं।"