हेमंत सोरेन फिर बनेंगे मुख्यमंत्री? जमानत के बाद JMM कर रहा जश्न की तैयारी
झारखंड की राजनीति में एक बार फिर हेमंत सोरेन की एंट्री बतौर मुख्यमंत्री हो सकती है। यह अटकलें चंपई सरकार के एक कार्यक्रम के रद्द होने के बाद तेज हो गई हैं। बुधवार को झारखंड के रांची में आयोजित एक समारोह में 1500 से अधिक नवचयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाने थे, यहां मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को पहुंचना था लेकिन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
ऐसा माना जा रहा है कि यह कार्यक्रम अब हेमंत सोरेन के बतौर मुख्यमंत्री वापसी करने के जश्न के तौर पर मनाया जाएगा। हालांकि हेमंत सोरेन की रिहाई के बाद सत्तारूढ़ झामुमो के सूत्रों ने कहा था कि चंपई ही सीएम बने रहेंगे, लेकिन इस पर पुनर्विचार होता दिख रहा है।
क्या जानकारी है?
सरकार के एक सूत्र ने कहा, “हेमंत सोरेन के पदभार संभालने की संभावना है, क्योंकि इसे एक बड़ा संदेश जाएगा। इसके अलावा सरकार जनता के सामने स्पष्टता के साथ जाना चाहती है कि झामुमो का नेतृत्व कौन कर रहा है, ताकि कोई संदेह न रहे। चंपई सोरेन की भूमिका सरकार का नेतृत्व करने की थी तथा उन्होंने इसे सफलतापूर्वक किया है।”
हेमंत सोरेन को गिरफ़्तारी के पांच महीने बाद 28 जून को ज़मानत मिल गई, झारखंड उच्च न्यायालय ने कहा कि रांची में एक ज़मीन के प्लॉट को लेकर उनके ख़िलाफ़ लगाए गए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में यह मानने के कारण मौजूद हैं कि वे दोषी नहीं हैं। जब वह जेल से रिहा हुए तो अपने पहले संबोधन में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि राज्य में चुनाव जल्दी घोषित किए जा सकते हैं और वे इसके लिए तैयार हैं। हेमंत सोरेन को जमानत मिलना जेएमएम के लिए एक और बड़ी राहत है।
विरोध भी हो सकता है?
हेमंत सोरेन को चंपई सोरेन के खेमे से कुछ प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। चंपई सोरेन खुद एक वरिष्ठ नेता हैं और जिन्होंने जेएमएम में काफी समय बिताया है। खेमे के एक सूत्र के अनुसार, "अभी तक सब कुछ योजना के अनुसार चल रहा है, और सत्ता हस्तांतरण से विधानसभा चुनावों से पहले केवल समय बर्बाद होगा।"