कौन हैं Sojan Joseph? यूके के पहले मलियाली सांसद, बेंगलुरु से की है नर्सिंग की पढ़ाई
Sojan Joseph: ब्रिटेन की संसद का चुनाव लड़ने वाले दो मलयाली उम्मीदवारों में से एक ने शानदार जीत हासिल की है। लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले सोजन जोसेफ ने इंग्लैंड के एशफोर्ड में जीत हासिल की। केरल के रहने वाले जोसेफ दो दशक पहले ब्रिटेन चले गए थे। वह ब्रिटिश संसद के लिए चुने जाने वाले पहले केरलवासी हैं। उन्होंने दिग्गज नेता डेमियन ग्रीन को करारी शिकस्त दी है।
कोट्टायम के काइपुझा से आने वाले सोजन ने पिछले 139 सालों में पहली बार एशफोर्ड में लेबर पार्टी के लिए जीत दर्ज की। कोट्टायम को नर्सिंग का केंद्र माना जाता है। एशफोर्ड के लिए पार्टी के सोशल मीडिया पेज पर उन्होंने लिखा था कि ब्रिटेन का टैक्स 70 सालों में सबसे ज्यादा है। हमारी स्वास्थ्य सेवाएं भी घुटनों पर आ गई हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि हम अवैध रूप से अप्रवास के गिरोह से भी नहीं निपट पा रहे हैं। पैसा कहां पर जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब बदलाव का समय आ गया है, लेबर को वोट दें।
सोजन के सांसद बनने से परिवार में दौड़ी खुशी की लहर
केरल में सोजन के परिवार में उनके सांसद बनने को लेकर खुशी की लहर दौड़ गई है। वह किसान दंपति जोसेफ और एलिकुट्टी के सात बच्चों में सबसे छोटे हैं। बेंगलुरु के अंबेडकर मेडिकल कॉलेज से नर्सिंग की पढ़ाई करने के बाद सोजन ने देहरादून के एक अस्पताल में एक साल तक काम किया। सोजन की बहन एलिस एक रिटायर टीचर हैं।
उन्होंने बताया कि वे 2001 में ब्रिटेन गए और वहां सरकारी स्वास्थ्य सेवा में नर्सिंग के तौर पर काफी दिन तक सेवाएं दी। उनकी बहन ने यह भी बताया कि जब वह केरल में अपने कैंपस में पढ़ाई कर रहे थे तो उन्होंने पॉलिटिक्स नहीं की थी। पिछले दो सालों से वे संसद चुनाव की रेस में उतरने से पहले एशफोर्ड में पार्षद के तौर पर काम कर रहे थे।
केरल के सोजन की पत्नी ब्रिता त्रिशूर की रहने वाली हैं। पेशे से वह भी एक नर्स ही हैं। उन दोनों के तीन बच्चें हैं। उनकी एक बड़ी बहन सिबी सनी भी एशफोर्ड में नर्स के तौर पर ही काम कर रही हैं। एलिस ने कहा कि उन्होंने इस साल मार्च में केरल का दौरा किया था। चुनाव की लड़ाई काफी मुश्किल थी और उन्हें जीत का पूरा विश्वास था।