क्या है अभय मुद्रा जिसका राहुल गांधी ने संसद में किया जिक्र, क्यों मच गया हंगामा?
Rahul Gandhi Abhaya Mudra: सोमवार को लोकसभा सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भगवान शिव की अभयमुद्रा वाली तस्वीर दिखाई। इसके साथ उन्होंने गुरुनानक देव जी के लिए भी कहा कि वे भी अभय मुद्रा लगाकर बैठे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि अभय मुद्रा का हिंदू धर्म समेत दूसरे धर्मों में बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सिबंल भी इसी अभयमुद्रा की तरह है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि अभयमुद्रा निर्भयता का संकेत है। आश्वासन और सुरक्षा का भी संकेत है। यह डर को दूर करती है। हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म और बौद्ध धर्म और अन्य भारतीय धर्मों में दिव्य सुरक्षा और आनंद प्रदान करता है। हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और भय को खत्म करने की बात की है। राहुल गांधी ने कहा कि कुरान में भी लिखा है कि डराना मना है, लेकिन सत्ताधारी दल के लोग डराने और हिंसा फैलाने का काम करते हैं।
क्या है अभयमुद्रा
अभयमुद्रा इंद्रियों को शांत करती है। यह एक ऐसी मुद्रा है जो डर से मुक्ति और सुरक्षा की भावना का परिचायक है। यह भारत के सभी धर्मों की मूर्तियों में देखने को मिलती है। पहले इस मुद्रा का इस्तेमाल कई सांकेतिक रूप से होता था। कई जगहों पर इसे अभिवादन के रूप में उपयोग किया जाता था। इसके अलावा जब कोई दुश्मन से समझौता या दोस्ती करने जाते थे तो वे अभय मुद्रा का ही इस्तेमाल करते थे। इससे वह बात का इशारा करते थे कि उनके पास किसी भी तरह का कोई भी हथियार नहीं है।
राहुल गांधी ने दिए कई उदाहरण
इस अभय मुद्रा को दिखाने के लिए राहुल गांधी ने भगवान शिव, गौतम बुद्ध, महावीर स्वामी, गुरुनानक, इस्लाम, यीशू आदि का उदाहरण दिया। इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने आपत्ति जताई। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा कि वो किसी तरह का प्लेकार्ड और तस्वीर को ना दिखाएं। यह नियमों के मुताबिक नहीं है। हालांकि, नेता प्रतिपक्ष ने लोकसभा में तस्वीर दिखाना बंद नहीं किया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे दिन-रात हिंसा करते हैं। राहुल के इस बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खड़े होकर राहुल के बयान पर आपत्ति जताई। पीएम ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है।