scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा के बारे में क्या राय रखते हैं उसके पुश्तैनी गांव के लोग

भोले बाबा को मानने वाले उनके अनुयायियों ने दावा करते हुए कहा कि बाबा अपने भक्तों से किसी भी तरह का दान या चढ़ावा नहीं मांगते थे।
Written by: न्यूज डेस्क
नई दिल्ली | July 03, 2024 19:42 IST
सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा के बारे में क्या राय रखते हैं उसके पुश्तैनी गांव के लोग
हाथरस हादसे में भोले बाबा के गांव के लोगों का बयान। (इमेज-पीटीआई)
Advertisement

Hathras Stampede: नारायण हरि भोले बाबा हाथरस के सिकंदराराऊ में मंगलवार को एक सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत की घटना के बाद से सुर्खियों में बना हुआ है। कासगंज जिले की पटियाली तहसील में मौजूद नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि भोले बाबा के पैतृक गांव बहादुरनगर के लोगों ने बुधवार को इस प्रवचन देने वाले वाले बाबा की काफी तारीफ की है।

Advertisement

नारायण हरि ने पुलिस की नौकरी छोड़ दी और फिर धार्मिक उपदेश देने लग गया। धीरे-धीरे लोग उसके विचारों से जुड़ते गए और उसके सत्संग में काफी बड़ी संख्या में भीड़ भी इकट्ठा होने लगी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, भोले बाबा पहले अपने गांव में ही सत्संग करता था लेकिन बाद में वहां पर ज्यादा भीड़ होने लगी थी। इसी वजह से उसने गांव में सत्संग बंद कर दिया।

Advertisement

बाबा किसी से दान या चढ़ावा नहीं मांगते

भोले बाबा को मानने वाले उनके अनुयायियों ने दावा करते हुए कहा कि बाबा अपने भक्तों से किसी भी तरह का दान या चढ़ावा नहीं मांगते थे। जब लोगो से इस बारे में सवाल किया गया कि जब बाबा किसी भी तरह का दान या चढ़ावा नहीं लेता है तो उसका कासंगज में इतना बड़ा धाम कैसे बन गया। इस पर लोगों ने कहा कि बाबा ने किसी से कुछ नहीं मांगा था और यह केवल भक्तों का दान है।

महिलाओं ने कहा कि बाबा का व्यवहार काफी अच्छा है और वह सिर्फ भगवान की ही बातें करते हैं। आश्रम के पास रहने वाले धन सिंह, मोहित कुमार और गांव के जय कुमार ने भी बाबा की तारीफों के पुल बांधे हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग अक्सर बाबा के सत्संग में जाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बाबा की उम्र 60 साल से ज्यादा है। उनकी कोई भी औलाद नहीं है।

उन्होंने बताया कि बाबा ने एक लड़की को गोद लिया था। इसकी मौत करीब 16-17 साल पहले ही हो गई थी। बाबा ने उसका शव करीब दो दिन तक अपने घर पर ही रखा था। उनको उम्मीद थी कि वह जिंदा हो जाएगी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुलिस की दखलअंदाजी के बाद लड़की का अंतिम संस्कार किया था। बाबा के बारे में कहा जा रहा है कि वह इस समय मैनपुरी के बिछवां में मौजूद अपने एक आश्रम में हैं।

Advertisement

कहां पर है भोले बाबा?

मैनपुरी में आश्रम के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भगदड़ कांड के बाद मैनपुरी के बिछवां कस्बे में मौजूद भोले बाबा के आश्रम के बाहर कड़ा सुरक्षा घेरा बनाया गया है। इस आश्रम में किसी को भी दाखिल होने की इजाजत नहीं है। पुलिस अधिकारी सुनील कुमार सिंह से जब सवाल किया गया कि क्या बाबा आश्रम में मौजूद है तो सिंह ने इस बात पर कोई भी जवाब नहीं दिया। हालांकि खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि भोले बाबा आश्रम के अंदर हैं और उनकी सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो