scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

धधकते जंगल, सुलगते सवाल; उत्तराखंड प्रशासन सामना करने में लाचार, 242 बार हो चुकी हैं घटनाएं

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के पूर्व प्रोफेसर एवं अंतरराष्ट्रीय पक्षी विज्ञानी ड दिनेश चंद्र भट्ट का कहना है कि इस साल जंगलों में आग लगने की सर्वाधिक घटनाएं हुई। इससे वन संपदा के नुकसान के साथ-साथ वन्य जीव भी बहुत संख्या में जलकर मर गए और कई वन्यजीवों और पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियां नष्ट हो गईं। जंगल की आग की वजह से पूरा राज्य प्रभावित हुआ है।
Written by: सुनील दत्त पांडेय
नई दिल्ली | Updated: June 19, 2024 06:44 IST
धधकते जंगल  सुलगते सवाल  उत्तराखंड प्रशासन सामना करने में लाचार  242 बार हो चुकी हैं घटनाएं
उत्तराखंड के जंगलों में आग
Advertisement

Uttarakhand News: उत्तराखंड के जंगलों में इस बार गर्मियों में जबरदस्त आग लगी। धधकते जंगल कई सुलगते हुए सवाल छोड़ गए हैं। जिस तरह से आग लगी और हड़बड़ी में वन विभाग और प्रशासन में जो कदम उठाए, वह नाकामी साबित करते हैं।

Advertisement

इस बार पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों मे जबरदस्त गर्मी हो रही है और मानसून से पूर्व होने वाली बारिश भी नहीं हुई है। इससे जंगलों में सूखे पड़े, घास और पत्ते जंगलों के दुश्मन बने हुए हैं जिनमें आग लगते देर नहीं लगती और यह एकदम पूरे जंगल में फैल जाती है।

Advertisement

उत्तराखंड के वन विभाग की हालत यह है कि वह जंगलों में लगी आज को बुझाने के इंतजाम करने की बजाय बारिश पर निर्भर रहता है। इसका नतीजा हुआ कि इस बार सबसे ज्यादा जंगल जले।

इस गर्मी में अब तक आग लगने की सर्वाधिक 242 घटनाएं हो चुकी है और 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जिनमें चार वन कर्मी भी शामिल हैं। इस बार आग लगने से 696.32 हेक्टेयर जंगल बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। चार महीने में अब तक गढ़वाल मंडल में 532 ,कुमाऊं में मंडल 598 और आरक्षित वन क्षेत्र में 112 आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।

Advertisement

अब तक गढ़वाल मंडल में एक तथा कुमाऊं मंडल में नौ लोगों की जंगल में आग लगने से मौत हो चुकी है। वर्ष 2022 में 2171 आग लगने की घटनाएं हुई थीं और 3416.2 हेक्टेयर प्रभावित हुआ था। वर्ष 2023 में 718 घटनाएं हुई थीं और तब 862.41 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ था।

Advertisement

इस साल उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा में जंगलों में लगी आग की विभीषिका ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया और इससे पूरे उत्तराखंड में मातम सा छा गया।अल्मोड़ा के बिनसर अभयारण्य के जंगलों में लगी भीषण आग की चपेट में आकर चार वन कर्मिकों की मौत हो गई।

लगातार बारिश न होने और गर्मी बढ़ने की वजह से आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। पिछले 41 दिनों में अल्मोड़ा जिले में ही जंगल की आग ने तीन घटनाओं में दो दंपतियों और तीन वन कर्मियों समेत नौ लोगों की जान ले ली है।

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो