कोविशील्ड ने भारत में कब और क्यों बंद किया उत्पादन? SII ने दिया हर सवाल का जवाब
AstraZeneca Corona Vaccine: ब्रिटिश कंपनी एस्टाजेनेका ने कोर्ट में वैक्सीन से कई तरह के साइड इफेक्ट की बात कबूल करने के बाद दुनियाभर से अपनी वैक्सीन को वापस मंगवाने का फैसला किया है। एस्ट्रेजेनका के कदम के बाद अब कोविशील्ड बनाने वाली भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने भी वैक्सीन को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने खुलासा किया है कि उसने दिसंबर 2021 के बाद से कोविशील्ड वैक्सीन की खुराक का उत्पादन और आपूर्ति को बंद कर दिया है।
वैक्सीन का मामला ना केवल विदेश में बल्कि भारत में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। सीरम इंस्टीट्यूट ने 8 मई को कहा कि वैक्सीन की मांग में लगातार गिरावट देखी जा रही थी और कोरोना के नए वेरिएंट के आने की वजह से 2021 में ही कोविशील्ड को बनाना बंद कर दिया था। साथ ही, कंपनी ने उसी समय सप्लाई को भी बंद कर दिया था। कंपनी ने आगे कहा कि उसने साल 2021 में ही खून के थक्के जमने के साथ-साथ प्लेटलेट कम होने के बारें में लोगों के पहले ही चेता दिया था।
वैक्सीन वापस मंगवाने के मुद्दे पर क्या बोला एसआईआई
एस्ट्राजेनेका द्वारा कोरोना की वैक्सीन को दुनियाभर के अलग-अलग हिस्सों से वापस मंगाने के मुद्दे पर एसआईआई ने कहा कि वह यूके फॉर्मा प्रमुख की वैक्सीन को लेकर चल रही चिंताओं को स्वीकार करता है और पूरी तरह से समझता है। भारत की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड नाम से ही भारत में वैक्सीन को बनाया था। एस्ट्राजेनेका ने कोविड-19 टीके बनाने के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की थी। इन टीकों को भारत में कोविशील्ड और यूरोप में ‘वैक्सजेवरिया’ के नाम से बेचा गया था।
एस्ट्रेजेनेका ने वापस मंगवाए टीके
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोरोना वैक्सीन के टीके को दुनियाभर से मंगाना शुरू कर दिया है। कंपनी ने यह भी कहा कि गंभीर साइड इफेक्ट्स को लेकर यह फैसला नहीं किया है। मतलब, वैक्सीन को बंद करने का फैसला साइड इफेक्ट्स की वजह से नहीं लिया गया है। कंपनी का कहना है कि, वैक्सीन को व्यावसायिक कारणों से बाजारों से हटाया जा रहा है। क्योंकि अब बाजार में कई सारी दूसरी एडवांस्ड वैक्सीन मौजूद हैं, जो वायरस के अलग-अलग वैरिएंट से लड़ने में कारगर हैं। इतना ही नहीं, वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई भी बंद कर दी गई है।