असम में बाढ़ से हालात बदतर, 40 से ज़्यादा लोगों की मौत और 2800 गांव प्रभावित
असम में बाढ़ के रहते हालात बेहद खराब हो गए हैं, बुधवार को आठ लोगों की मौत हुई है जिससे आंकड़ा बढ़कर 46 हो गया है। बुधवार शाम तक असम के 29 जिलों के 2800 गांवों की कुल 16.25 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित जिले मध्य असम के नागांव और दरांग और बराक घाटी के करीमगंज हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा ध्यान जल्द से जल्द नुकसान का आकलन करने पर है ताकि 15 अगस्त तक प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा सके।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा ध्यान जल्द से जल्द नुकसान का आकलन करने पर है ताकि 15 अगस्त तक प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा, "अगर आने वाले दिनों में बारिश नहीं होती है, तो हमें उम्मीद है कि बाढ़ की स्थिति लगभग दो दिनों में सुधर जाएगी। लेकिन हमारे पिछले अनुभव से पता चलता है कि जुलाई में बाढ़ की तीसरी लहर भी आती है। 15 अगस्त से पहले हम लोगों की हर संभव मदद करेंगे।"
क्या जानकारी है?
असम हाई अलर्ट पर है क्योंकि आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की आशंका है। जानकारी यह है कि बाढ़ से असम में 600,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई है। 2022 में बाढ़ के कारण 40 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए थे और कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई थी।
बाढ़ के पानी ने असम के साथ-साथ पड़ोसी बांग्लादेश के कुछ हिस्सों को भी प्रभावित किया है। असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि राज्य से होकर बहने वाली सभी नदियाँ कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गई हैं और राज्य के कई ज़िले बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकट की स्थिति में असम सरकार को हर संभव मदद के लिए कहा है।