'हमारी भी सुनी जाएगी आवाज', जानिए ओम बिरला के अध्यक्ष बनने पर राहुल और अखिलेश ने क्या कहा
Lok Sabha Speaker Election: आज 17वीं लोकसभा के स्पीकर का चुना ध्वनिमत से किया गया, जिसमें एनडीए प्रत्याशी और बीजेपी सांसद ओम बिरला की जीत हुई। ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा के स्पीकर बने हैं। 17वीं लोकसभा में भी ओम बिरला ही सर्वसम्मति से स्पीकर बने थे लेकिन इस बार चुनाव के जरिए जीतकर वह सदन के अध्यक्ष बने हैं। इस मौके पर पीएम मोदी के अलावा नेता विपक्ष राहुल गांधी और सपा सांसद अखिलेश यादव ने भी उन्हें बधाई दी।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने स्पीकर निर्वाचित होने पर ओम बिरला को बधाई दी। राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है। सरकार के पास पॉलिटिकल पावर ज्यादा है लेकिन विपक्ष भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है।
'संविधान बचाने में करेंगे सहयोग'
राहुल गांधी ने कहा कि आप (अध्यक्ष ओम बिरला) हमें भरोसा है कि आप हमारी आवाज हमें उठाने देंगे। विपक्ष की आवाज दबाना अलोकतांत्रिक है। विपक्ष आपकी पूरी मदद करेगा। राहुल गांधी ने कहा कि उम्मीद यह है कि आप भी विपक्ष की आवाज को विस्तार देने के साथ ही संविधान की रक्षा में हमारा साथ देंगे।
अखिलेश बोले - किसी का भी न हो निष्कासन
राहुल गांधी के बाद समाजवादी पार्टी के नेता और कन्नौज से लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने ओम बिरला को स्पीकर चुने जाने पर बधाई दी। अखिलेश ने कहा कि निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। उम्मीद है कि लोकसभा स्पीकर के रूप में आप सभी को बराबर मौका देंगे। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, आपका अंकुश सत्तापक्ष पर भी रहे।
अखिलेश ने स्पीकर ओम बिरला के लिए बड़ा बयान देते हुए कहा कि उम्मीद है कि आपके इशारे पर सदन चले और इसका उल्टा न हो। किसी भी जनप्रतिनिधि का निष्कासन जैसा न हो। अखिलेश ने कहा कि लोकसभा सदन में किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज नहीं दबाई जानी चाहिए। ओम बिरला के लिए अखिलेश यादव ने कहा कि आपकी कुर्सी लोकतंत्र के मुख्य न्यायाधीश की तरह है।
कुर्सी को लेकर अखिलेश ने कसा तंज
अखिलेश यादव ने इस दौरान स्पीकर ओम बिरला पर तंज भी कसा और कहा कि मुझे लगा कि सदन में स्पीकर की कुर्सी ऊंची होगी, मैं किससे कहूं कि सदन की कुर्सी और ऊंची हो जाए। जहां ये नया सदन है, वहीं मैं आपकी पीठ के पीछे देख रहा हूं, पत्थर तो सही लगे हैं लेकिन कुछ दरार में मुझे कुछ सीमेंट अब भी लगा दिखाई दे रहा है. अध्यक्ष महोदय मुझे उम्मीद है कि आप जितना सत्ता पक्ष को सम्मान देंगे उतना ही विपक्ष का सम्मान करके हमें भी अपनी बात रखने का मौका देंगे।