पंजाबी एनआरआई पर हिमाचल में हुआ हमला, कांग्रेस और अकाली दल ने इसे कंगना कांड से जोड़ा
हिमाचल में डलहौजी घूमने आई पंजाबी मूल की भारतीय एनआरआई कवलजीत सिंह ने वहां के लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया। कवलजीत सिंह ने बताया कि वो घूमने के दौरान पार्किंग में गई थी कि इसी दौरान कुछ लोगों से उसका विवाद हुआ और मारपीट हो गई। उसके आरोप लगाया कि उसके साथ मारपीट पंजाबी होने के कारण की गई।
अमृतसर के एक हॉस्पिटल में इलाज करा रही कवलजीत के दावों को हिमाचल पुलिस ने मानने से इंकार किया। पुलिस के अनुसार यह घटना किसी भी अंतरराज्यीय या अंतर समुदाय विवाद से नहीं जुड़ा है। इस मामले को बिना वजह के तूल दिया जा रहा है।
वहीं इस घटना के बाद पंजाब में एक मामला सामने आ गया। पंजाब सरकार में एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला और अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने इस मामले पर हिमाचल सरकार से कार्रवाई और जांच की मांग की। वहीं मजीठिया और औजला ने तो ये कहा कि ये मामला मंडी से सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत से जुड़ा हुआ है। उस दौरान चंढीगढ़ एयरपोर्ट पर एक सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल ने कथित तौर पर कंगना को थप्पड़ मारा था।
भारतीय एनआरआई कवलजीत सिंह पिछले 25 सालों से स्पेन में रह रहे हैं। वह अपनी स्पेनिश पत्नी के साथ हाल ही पंजाब लौटे थे। वो अपनी पत्नी और एक रिश्तेदार के साथ दो दिन पहले वो हिमाचल के डलहौजी गए थे। इसी दौरान उन्होंने अपनी कार पार्क करने के लिए पार्किंग में गए जहां करीब 100 लोगों के एक समूह ने उन पर हमला कर दिया। इसके साथ ही कमलजीत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भी इस मामले में पूरी उदासीनता दिखाई। लेकिन हिमाचल के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने सिंह के दावों को खारिज कर दिया।
वहीं उत्तरी रेंज के आईजी संतोष पटियाला ने शनिवार को पीटीआई को बताया कि सिंह चंबा जिले के खजियार में गए थे। जहां वो कुछ महिलाओं के लिए हस्तरेखा शास्त्र पढ़ रहे थे। इसी दौरान किसी यह बात बुरी लगी जिसके बाद हाथापाई होनी शुरू हो गई। बाद पुलिस ने इस मामले में समझौता करा दिया।