क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं भेजा गया था प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण? राहुल गांधी के आरोपों पर बोले चंपत राय- सब झूठ है
Champat Rai On Rahul Gandhi Satatement: राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में भारत की राष्ट्रपति को आदिवासी होने के कारण आमंत्रित नहीं किया गया। अब इस मामले पर चंपत राय की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के ये बयान झूठे, निराधार और भ्रामक हैं। राय ने कहा कि हमने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया था।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि भगवान राम ने अपने जीवन में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। यहां तक कि राम मंदिर निर्माण में काम करने वाला ट्रस्ट भी किसी के साथ भेदभाव के बारे में सोच भी नहीं सकता। सही जानकारी हासिल किए बिना इस तरह के झूठे, निराधार और भ्रामक भाषण देने से समाज में गंभीर कलह पैदा हो सकती है। इसलिए हम राहुल गांधी के इस तरह के बयान के खिलाफ गंभीर निराशा व्यक्त करते हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राम मंदिर उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गैर मौजूदगी को लेकर सवाल खड़े किए थे। गुजरात की एक जनसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में भारत की राष्ट्रपति को आदिवासी होने के कारण आमंत्रित नहीं किया गया।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू आज जाएंगी अयोध्या
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज बुधवार को अयोध्या के दौरे पर हैं। रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्मू पहली बार अयोध्या आ रही हैं। राष्ट्रपति हनुमान गढ़ी मंदिर, रामलला मंदिर और कुबेर टीला में दर्शन और आरती करेंगी। वह सरयू पूजन और आरती भी करेंगी। करीब 4 घंटे के प्रवास के लिए राष्ट्रपति दोपहर 4 बजे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर उतरेंगी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनका स्वागत करेंगी।
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
अनुराग ठाकुर ने बुधवार को रामलला के दर्शन किए। यहां पर उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को टारगेट करते हुए कहा कि जब द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बनीं तो विपक्षी पार्टियों को यह बात पहले ही पसंद नहीं आई थी। कांग्रेस चुनाव के दौरान झूठ फैलाने का काम करती रही है। जब यह साफ हो गया कि निमंत्रण वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपतियों को भेजा गया था, तो राहुल गांधी का झूठ देश के सामने उजागर हो गया।